कर्क राशिफल 2023

"ज्योतिर्विद डी डी शास्त्री"

कर्क राशि के नामाक्षर -:- ही,हू,हे,हो,डा,डी,डू,डे,डो.!

नमो नारायण…वर्ष 2023 कर्क राशि के जातिकाओं/जातकों के लिए परिवर्तनकारी एवं संघर्षशील रहने वाला हैं इस साल की शुरुआत में ही शनि आपके सातवें भाव से निकलकर अष्टम भाव में गोचर करेंगे जिसे शनि की ढैया कहा जाता है,इस राशि परिवर्तन से ही आपकी शनि की अष्टम ढैया आरम्भ होने वाली हैं,शनि के प्रभाव से आपको मानसिक तनाव शारीरिक कष्ट और करियर में परेशानियों का कारण बन सकती है.आर्थिक क्षेत्र से जुड़े मामलों में भी आपको सावधान रहना होगा और वहीं शिक्षा से जुड़े मामलों में भी शनि कठिनाई देगा,देव गुरु बृहस्पति साल की शुरुआत से लेकर 22 अप्रैल तक आप भाग्य स्थान में गोचर करेंगे और आपके भाग्य और धर्म भाव को मजबूती देने का काम करने वाले हैं

कर्क राशिफल 2023

22 अप्रैल को भाग्य से निकलकर दशम भाव में गुरु का गोचर राहु से युक्त होकर गुरु चांडाल योग का निर्माण करने का काम करेगा, वहीं शनि की नीच की दृष्टि आपको कष्टकारक साबित होगी,इस समय आप दूसरों की बातों में आकर अपनों को ही पराया कर लेंगे,कार्यस्थल पर आपके शत्रु लगातार आपको परेशान करने वाले हैं,राजनीति से जुड़े जातकों को कठिनाई होगी,आपके ऊपर झूठा आरोप लग सकता हैं कारण आप सस्पेंड तक हो सकते हो,अष्टम भाव में शनि होने के कारण आपको कोई बीमारी घेर सकती है,वहां से सम्वन्धित कष्ट हो सकता हैं,अंगभंग के कुसंजोग भी बन रहे हैं वाहन से सम्वन्धित अत्यधिक सावधानी रखें,आपके कार्य स्थल पर सतत रूप से विघ्न आने के योग है लेकिन गुरु के भाग्य में होने से आप उनसे बाहर निकल जाएंगे, 30 अक्टूबर को राहु आपके भाग्य स्थान में वही केतु आपके पराक्रम भाव में गोचर करेंगे,इस संचरण से आप गुरु चांडाल दोष से मुक्त होंगे और आर्थिक सम्पन्नता की ओर गति करेंगे,इस साल गुरु आपके भाग्य में वृद्धि करेंगे और राहु के कारण आप कठिन से कठिन समस्या का भी हल बड़ी चतुराई से निकाल लेंगे,इसके अलावा बाकी ग्रहों का संचरण भी समय समय पर आपको प्रभावित करने वाला हैं.।

जनवरी का माह कर्क राशि वालों के लग्न पर गुरु शुक्र और सूर्य का प्रभाव आपके ऊर्जा प्रदान करने वाला होगा,इस समय आप अपने समाज के लिए कोई बड़ा धार्मिक कार्य का आयोजन भी करवा सकते हैं,आपको धार्मिक यात्रा से लाभ होने की उम्मीद है,बुध का गोचर नौकरीपेशा लोगों के लिए बढ़िया रहने वाला है,लाभ में विराजमान मंगल जनवरी और फरवरी माह में आपको भाइयों से सहयोग और अच्छे लाभ के मौके बनाएंगे,इस समय आपके शत्रु आपका कुछ भी नहीं बिगाड़ पाएंगे.17 जनवरी से शनि की ढैया आपको थोड़ा कष्ट देगी,इस समय दशम में विराजमान राहु पर शनि की नीच की दृष्टि जीवन में कुछ क्लेश पैदा कर सकती है,केतु मंगल का षडाष्टक योग आपके लिए थोड़ा हानिकारक हो सकता है और आप चोट का भी शिकार हो सकते है,शनि की पंचम पर दृष्टि आपके लिए पारिवारिक तनाव का कारण बन सकती है,इस समय आपको अपनी बुद्धि-विवेक से निर्णय लेंगे होंगे अन्यथा सब चौपट भी हो सकता हैं.

15 फरवरी से चौथे भाव के स्वामी शुक्र की मीन राशि में गुरु के साथ युति होगी,उच्च का शुक्र यहां राजयोग को जन्म देकर भूमि और वाहन से जुड़े सुखों में वृद्धि करेगा,इस समय आप अपनी पत्नी के साथ अच्छा समय बिताने वाले है,आपको पत्नी के साथ कहीं बाहर घूमने जाने का योग भी बनेगा.सूर्य फरवरी माह में अष्टम भाव में विराजमान शनि के साथ बैठकर एक अशुभ योग का निर्माण करेंगे.15 मार्च तक का यह समय सूर्य शनि युति से प्रभावित होगा और गुरु के द्वादश होने के कारण यह आपके पिता को बेहद कष्टकारी होगा.इस समय पिता/पुत्र से मतभेद और पिता को चोट जैसी घटना आपके साथ हो सकती है,इस समय धन से जुड़े मामलों में आपको सावधानी रखनी होगी और किसी भी नए निवेश को सोच समझकर करना होगा।.!

13 मार्च को मंगल आपके विदेश भाव में प्रवेश करेंगे.मंगल यहां गुरु से केंद्र में होंगे जो आपके लिए विदेश से लाभ के रास्ते खोलने वाला होगा.इस समय काम के सिलसिले में आपकी यात्रा आपके लिए लाभदायक सिद्ध होगी.इस माह बुध का नीचभंग राजयोग सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे जातकों के लिए शुभ रहने वाला है.इस समय आपकी मेहनत का फायदा आपको मिलने वाला है.12 मार्च के बाद शुक्र भी आपके दशम भाव में गोचर कर राजयोग का निर्माण करेंगे और स्त्री जातकों के लिए सफलता के दरवाज़े खोलने का काम करेंगे.इस समय कार्य स्थल पर किसी पुरुष/महिला सहकर्मी की मदद से आपको बड़ा प्रोजेक्ट मिल सकता है,राजनीति से जुड़े जातक महिला वर्ग को प्रभावित करने में सफल होंगे।.!

अप्रैल में उच्च के सूर्य की युति दशम भाव में राहु बुध के साथ होगी,इस प्रभाव से आप कुछ बड़े निर्णय ले सकते है,फाइनेंस से जुड़े लोगों के लिए यह महीना बदलाव का महीना होगा और आपकी कहीं से बड़ी नौकरी का ऑफर आ सकता है.मीडिया,जनसंचार और लेखन से जुड़े लोग तरक्की करेंगे. इसी माह की शुरुआत में शुक्र देव अपनी ही राशि में गोचर कर लाभ भाव को पुष्ट करने वाले है जिसके कारण आपको कपड़े,इत्र और सौंदर्य प्रसाधन से जुड़े कामों में लाभ होगा,कारोबारी महिला वर्ग को बड़े आर्डर मिलेंगे और धन प्रवाह उत्तम रहेगा,इसी महीने के अंत में देव गुरु बृहस्पति आपके दशम भाव में प्रवेश कर राहु से युति करेंगे.22 अप्रैल से 14 मई तक वहां सूर्य भी होंगे.इस समय मेष राशि में सूर्य गुरु और राहु की युति होगी और शनि की दृष्टि के कारण कार्य स्थल पर आपको अत्यधिक मेहनत करनी होगी.इस समय आपके दशवें भाव में गुरु चांडाल योग का निर्माण होगा और इसके प्रभाव से धन से जुड़े मामलों में कठिनाई होगी हालांकि राजनीति से जुड़े जातकों को अच्छा पद मिलने की संभावना दिखाई पड़ रही है

10 मई से मंगल का कर्क राशि में गोचर होगा जोकि मंगल की नीच की राशि है,इस पूरे माह दशम भाव में राहु,गुरु और बुध की युति होगी,इस समय मौसमी बीमारी से आपको खुद को बचाना होगा.मंगल लग्न में बैठकर शनि के साथ अशुभ षडाष्टक योग का निर्माण करेंगे.शनि और मंगल एक दूसरे से 6 और 8 होकर इस अशुभ योग का निर्माण कर आपको कष्ट प्रदान करने वाले होंगे.इस समय किसी दुर्घटना से आपको नुकसान हो सकता है वहीं भाइयों से विवाद संभव है.कोर्ट केस का निर्णय आपके खिलाफ जा सकता है.इस समय शनि की बुध पर दृष्टि और मंगल के साथ इस योग के कारण धन खर्च का योग दिखाई पड़ रहा है

जून के माह में 12वें सूर्य और चौथे भाव में विराजमान केतु पर मंगल की दृष्टि से मानसिक तनाव बना हुआ रहेगा.हालांकि बुध के लाभ स्थान में गोचर से आपको वित्त के मामलों में थोड़ा सुकून मिल जायेगा.बुध के प्रभाव से आपको मित्रों का भी सहयोग प्राप्त होगा और विद्यार्थी वर्ग को भी प्रतियोगी परीक्षा में सफलता प्राप्त होगी.।
जुलाई अगस्त के माह में सूर्य का गोचर आपके अनुकूल होगा.08 जुलाई को बुध का लग्न में गोचर वाणी के प्रभाव से सफलता देने वाला होगा.इस समय मंगल शुक्र का संयुक्त गोचर व्यापारी वर्ग के लिए शुभ साबित होगा.जो जातक पैतृक व्यापार से जुड़े हुए है उनके काम में उन्नति होगी.गुरु की धन भाव पर दृष्टि पत्नी के सौभाग्य की व.इस समय आपकी पत्नी/पति के माध्यम से आपको धन की प्राप्ति सम्भव है

07 अगस्त को शुक्र का लग्न से होने वाला गोचर वाणी में मधुरता प्रदान कर कार्यों में गति लाने का काम करेगा,सूर्य बुध का बुधादित्य योग आपके संचित धन में वृद्धि करने वाला होगा.18 अगस्त को मंगल पराक्रम भाव में गोचर कर आपको साहसी बनाएंगे और भाइयों के सहयोग से मन प्रसन्न होगा. इस समय शनि मंगल का षडाष्टक योग भी होगा इसलिए आपको सलाह दी जाती है कि अति उत्साह में कोई भी काम करने से बचे. अगस्त का माह स्वास्थ्य की दृष्टि से थोड़ा प्रतिकूल हो सकता है.।

सितंबर माह के मध्य में आपके पराक्रम भाव में दशमेश और धनेश की युति आपके लिए राहत का काम करने वाली है,इस समय सरकार से जुड़े लोग आपके लिए लाभदायक रहेंगे.उच्च अधिकारी आपके ऊपर मेहरबान रहेंगे और आपको कोई बड़ा प्रोजेक्ट भी दिया जा सकता है.।

01 अक्टूबर से बुध अपनी उच्च राशि में प्रवेश तो 2 अक्टूबर को शुक्र का सिंह में प्रवेश कर मीडिया से जुड़े जातकों के लिए सफलता के द्वार खोल देंगे,इस समय उच्च के बुध के कारण भाइयों और मित्रों से सहयोग प्राप्त होगा.इस माह चौथे भाव में नीच के सूर्य के साथ मंगल केतु की युति पारिवारिक कलह का कारण बन सकती है,इस समय थोड़ी मानसिक अशांति के साथ अपनी मां की सेहत को लेकर भी आप परेशान हो सकते है,साल के अंत में आपके लिए राहु और केतु का संचरण बड़ा बदलाव लेकर के आने वाला है.30 अक्टूबर को राहु का गोचर आपके भाग्य स्थान में होने जा रहा है वही केतु का गोचर आपके तीसरे भाव में होगा.।

नवम्बर में लाभ और चौथे भाव के स्वामी शुक्र अपनी नीच राशि कन्या में गोचर करेंगे जो आपके लिए कष्टकारी होगा,शुक्र केतु की इस युति इस माह आपको पत्नी/पति से कष्ट की संभावना है.किसी स्त्री/पुरुष के कारण आपको धन हानि हो सकती है वहीं अपनी पत्नी/पति के स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा.पंचम में बलवान सूर्य मंगल की युति आपको संतान पक्ष से अच्छी खबर देने वाली होगी हालांकि इस समय संतान से मतभेद भी सामने आ सकते है.राहु का गोचर पराक्रम को बढ़ाने वाला रहने वाला है

साल के आखिरी दो माह आप गुरु चांडाल योग से मुक्त हो जाएंगे और बृहस्पति अब अपना पूर्ण फल आपको देने का कार्य करेंगे,साल के आखिरी माह में आपके धन में वृद्धि और संपत्ति प्राप्ति के योग दिखाई दे रहे है.शुक्र अपनी तुला राशि में गोचर कर राजयोग का निर्माण करेंगे और परिवार में किसी मांगलिक कार्य का आयोजन हो सकता है.वहीं सूर्य भी छठे भाव में नौकरी में तरक्की और उन्नति का मार्ग प्रशस्त करने वाले होंगे,सप्तम बुध और दशम गुरु के प्रभाव से वाणी में तेज और तीव्र बुद्धि होगी जिससे आप कठिन से कठिन कार्य को भी हल करने में सक्षम होंगे.।

भगवान् भोलेनाथ जी की पूजा करें,नित्य शिव चालीसा पाठ एवं ॐ नमः शिवाय पंचाक्षरी मन्त्र का जाप करें,सोमवार को शिवपिंडी पञ्चमृत+जलाभिषेक करें.चन्द्रकान्तमणि +सुनैला+मूंगा युक्त स्वास्थ्य/भाग्य वृद्धि कवच पञ्चधातु में धारण करें.II

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