ॐ मृत्युंजय महादेव त्राहिमाम शरणागतम.!
जन्म मृत्यु जराव्याघि पीड़ित कर्म बंधन.II
ॐ नमः शिवाय…..फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को महाशिवरात्रि पर्व मनाया जाता है, इस दिन भगवान शिव का रुद्राभिषेक करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.!
एक और जहाँ भगवान शंकर को संहारक कहा जाता है.वहीँ भगवान शिव बड़े दयालू भी हैं.उनकी पूजा करने से मनुष्य को काफी पुण्य मिलता है.कई जन्मों के पापों का नाश होता है.भगवान शिव की उचित मंत्रों से पूजा करने वाना साधक भगवान से मनवांक्षित फल पा सकता है.शिवरात्रि को भगवान शिव का रुद्राभिषेक करने से अनंत पुण्य की प्राप्ति होती है और भगवान हमारी मनोकामना पूरी करते हैं.शिवरात्रि के पावन दिन भगवान आशुतोष के स्वरुप {शिव लिंग} का विभिन्न वस्तुओ से अभिषेक करने से अभीष्ट मनोकामना की पूर्ति होती हैं.!
•देशी घी से अभिषेक करने से असाध्य रोगों का नाश होता है.!
• लक्ष्मी प्राप्ति के लिये गन्ने के रस से रुद्राभिषेक करें.!
• धन-वृद्धि के लिए शहद एवं घी से अभिषेक करें.!
• तीर्थ के जल से अभिषेक करने पर मोक्ष की प्राप्ति होती है..!
• इत्र मिले जल से अभिषेक करने से बीमारी नष्ट होती है.!
• पुत्र प्राप्ति के लिए दुग्ध से और यदि संतान उत्पन्न होकर मृत पैदा हो तो गोदुग्ध से रुद्राभिषेक करें.!
• रुद्राभिषेक से योग्य तथा विद्वान संतान की प्राप्ति होती है.!
• ज्वर की शांति हेतु शीतल जल/गंगाजल से रुद्राभिषेक करें.!
• सहस्रनाम-मंत्रों का उच्चारण करते हुए घृत की धारा से रुद्राभिषेक करने पर वंश का विस्तार होता है.!
• शक्कर मिले दूध से अभिषेक करने पर जडबुद्धि वाला भी विद्वान हो जाता है.!
• सरसों के तेल से अभिषेक करने पर शत्रु पराजित होता है.!
• शहद के द्वारा अभिषेक करने पर यक्ष्मा (तपेदिक) दूर हो जाती है.!
• पातकों को नष्ट करने की कामना होने पर भी शहद से रुद्राभिषेक करें.!
• गो दुग्ध से तथा शुद्ध घी द्वारा अभिषेक करने से आरोग्यता प्राप्त होती है.!
• धतूरा के फल चढाने से अकाल मृत्यु टल जाती है.!
• बिल्व पत्र चढाने से तीन तापो का शमन होता है.!
“अपनी राशि अनुसार करें रुद्राभिषेक एवं विशेष मन्त्रों का जाप”
मेष राशि -:- शिव की पूजा के बाद ‘ह्रीं ओम नमः शिवाय ह्रीं’ इस मंत्र का 108 बार जप करें.शहद, गु़ड़,गन्ने का रस से अभषेक करें लाल पुष्प अर्पण करें.!
वृष राशि -:- इस राशि के व्यक्ति मल्लिकार्जुन का ध्यान करते हुए ‘ओम नमः शिवाय’ मंत्र का जप करें और कच्चे दूध, दही से अभषेक करें श्वेत पुष्प अर्पण करें.!
मिथुन राशि -:- महाकालेश्वर का ध्यान करते हुए ‘ओम नमो भगवते रूद्राय’ मंत्र का यथासंभव जप करें.पञ्चामृत व गन्ने के रस से अभषेक करें,बेलपत्र आदि अर्पण करें.!
कर्क राशि -:- शिव की कृपा प्राप्त करने के लिए ‘ओम हौं जूं सः’ मंत्र का जितना संभव हो जप करें और शिवलिंग पर दूध मक्खन से अभषेक करें,बेलपत्र आदि अर्पण करें.!
सिंह राशि -:- ‘ओम त्र्यंबकं यजामहे सुगंधि पुष्टिवर्धनम,उर्वारूकमिव बन्ध्नान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्.’ इस मंत्र का कम से कम 51 बार जप करें. इसके साथ ही ज्योतिर्लिंग पर शहद,व घी से अभषेक करें लाल पुष्प आदि अर्पण करें.!
कन्या राशि -:- ‘ओम नमो भगवते रूद्राय’ मंत्र का यथासंभव जप करें.पञ्चामृत व गन्ने के रस से अभषेक करें,बिल्वपत्र एवं नीले पुष्प अर्पण करें.!
तुला राशि -:- शिव पंचाक्षरी मंत्र ‘ओम नमः शिवाय’ का 108 बार जप करें और दूध,दही,घी से अभषेक करें व् मक्खन,मिश्री अर्पण करें.!
वृश्चिक राशि -:- ‘ह्रीं ओम नमः शिवाय ह्रीं’ मंत्र का जप करें और शहद, शुद्ध घी, गु़ड़,से अभषेक करें बेलपत्र,लाल पुष्प शिवलिंग पर अर्पित करें.!
धनु राशि -:- इस राशि वाले ‘ओम तत्पुरूषाय विद्महे महादेवाय धीमहि। तन्नो रूद्रः प्रचोदयात।।’ इस मंत्र से शिव की पूजा करें.धनु राशि वाले मंत्र जाप के अलावा शिवलिंग पर शुद्ध घी, व केशर युक्त शुद्ध जल से अभषेक करें,मिश्री,बादाम,पीले पुष्प,पीले फल अर्पण करें.!
मकर राशि -:- त्रयम्बकेश्वर का ध्यान करते हुए ‘ओम नमः शिवाय’ मंत्र का 5 माला जप करें.इसके अलावा भगवान शिव का दुग्ध एवं काले तिल युक्त जल से अभषेक करें,जामुन,नीले पुष्प अर्पण करें.!
कुंभ राशि -:- कुंभ राशि के स्वामी भी शनि देव हैं इसलिए इस राशि के व्यक्ति भी मकर राशि की तरह ‘ओम नमः शिवाय’ का जप करें. जप के समय केदरनाथ का ध्यान करें. कच्चा दूध,तिल युक्त शहद से अभषेक करें, नीले पुष्प अर्पण करें.!
मीन राशि -:- ओम तत्पुरूषाय विद्महे महादेवाय धीमहि.तन्नो रूद्र प्रचोदयात।। इस मंत्र का जितना अधिक हो सके जप करें. गन्ने के रस,केशर युक्त जल से अभषेक करें.बादाम,बेलपत्र,पीले पुष्प,पीले फल अर्पण करें.!
-:विशेष मनोभिलाषा पूर्ति के लिए अलग-2,पुष्प अर्पण करें:-
वाहन सुख के लिए शिव पिंडी पर चमेली का फूल चढ़ाएं.दौलतमंद बनने के लिए कमल का फूल,शंखपुष्पी या बिल्वपत्र चढ़ाएं.विवाह में समस्या दूर करने के लिए बेला के फूल को भगवान शिव को अर्पित करें. इससे योग्य वर-वधू मिलते हैं.!
पुत्र प्राप्ति के लिए लाल फूल वाला धतूरा शिव पिंडी पर अर्पण करें.यह न मिलने पर सामान्य धतूरा ही चढ़ाएं.मानसिक तनाव दूर करने के लिए शिव को शेफालिका के फूल अर्पण करें.जूही के फूल को अर्पित करने से अपार अन्न-धन की कमी नहीं होती.!
अगस्त्य के फूल से शिव पूजा करने पर पद,सम्मान मिलता है.शिव पूजा में कनेर के फूलों के अर्पण से वस्त्र-आभूषण की इच्छा पूरी होती है.लंबी आयु के लिए दुर्वाओं से शिव पूजन करें. सुख-शांति और मोक्ष के लिए महादेव की तुलसी के पत्तों या सफेद कमल के फूलों से पूजा करें.!
-:अन्न से भी शिव होते हैं प्रशन्न:-
शिव की पूजा में गेहूं से बने व्यंजन चढ़ाने पर कुंटुब की वृद्धि होती है.मूंग से शिव पूजा करने पर हर सुख और ऐश्वर्य मिलता है.चने की दाल अर्पित करने पर श्रेष्ठ जीवन साथी मिलता है.कच्चे चावल अर्पित करने पर कलह से मुक्ति और शांति मिलती है.तिलों से शिवजी पूजा और हवन में एक लाख आहुतियां करने से हर पाप का अंत हो जाता है.उड़द अर्पण करें से ग्रहदोष और खासतौर पर शनि पीड़ा शांति होती है…!