मकर संक्रांति और आपकी राशि पर प्रभाव

'ज्योतिर्विद डी डी शास्त्री'

मकर संक्रांति और आपकी राशि पर प्रभाव
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ॐ ऐहि सूर्य सहस्त्रांशों तेजो राशे जगत्पते, अनुकंपयेमां भक्त्या, गृहाणार्घ्य दिवाकर:।

ॐ घृणि सूर्याय नमः…ग्रहों के राजा सूर्य 14 जनवरी को अपने पुत्र शनि की राशि मकर में प्रवेश करेंगे.जहां पर 17 जनवरी तक पितापुत्र की जुगलबंदी रहेगी.सूर्य के इस गोचर से देवताओं का दिन शुरू होगा और मलमास खत्म हो जाएगा.सूर्य के मकर राशि में इस गोचर से सभी 12 राशि प्रभावित होगी.आइए समझते हैं कि आपकी राशि पर इसका क्या प्रभाव होगा.!

मेष राशि :- इस राशि के जातकों के लिए सूर्य पंचम स्थान के स्वामी होते हैं.सूर्य का गोचर अब इस राशि के जातकों के लिए दशम भाव में होगा.इस भाव से जातक के कार्य स्थल और उसकी लीडरशिप का बोध होता है.इस भाव में विराजमान सूर्य की दृष्टि अब आपके चौथे भाव पर होगी.इस समय आपको अपनी नौकरी में तरक्की मिल सकती है.आप अपने सभी लक्ष्यों को पूरा करने में सफल होंगे.सूर्य की कृपा से सरकार से जुड़े लोगों का सहयोग आपको प्राप्त होगा.इस गोचर काल में आपके परिवार में किसी मांगलिक कार्य का आयोजन किया जा सकता है.इस समय आप अपनी वाणी और बुद्धि के बल पर कठिन से कठिन कार्य को भी सिद्ध कर देने वाले होंगे.पैसे के लेनदेन से आपको बचना होगा.।

वृष राशि :- इस राशि के जातकों के लिए सूर्य देव चौथे भाव होते हैं.इस भाव से जातक के मानसिक सुख, भौतिक सुख और मां का विचार किया जाता है.सूर्य देव अब वृष राशि के जातकों के लिए भाग्य स्थान में गोचर करेंगे.इस भाव में विराजमान सूर्य की दृष्टि आपके तीसरे भाव पर होगी.सूर्य के इस गोचर से आपको भाग्य का पूरा साथ मिलने वाला है और आपके करियर में आपको तरक्की मिलने के योग भी दिखाई दे रहे है.सूर्य की कृपा से धार्मिक स्थल की यात्रा के साथ ही गुरुओं का आशीर्वाद भी प्राप्त होगा.इस समय आपका साहस और पराक्रम भी बढ़ा हुआ रहने वाला है.समय अनुकूल हैं परिश्रम की पराकाष्ठा से उत्तम फल प्राप्त होंगे.।

मिथुन राशि :- इस राशि के जातकों के लिए सूर्य तीसरे भाव के स्वामी होते हैं.इस भाव से व्यक्ति के साहस और पराक्रम का विचार किया जाता है.इस राशि के जातकों के लिए सूर्य अब आठवें भाव में गोचर करेंगे.इस भाव में विराजमान सूर्य की दृष्टि अब आपके दूसरे भाव पर होगी.अष्टम भाव में सूर्य का गोचर शुभ नहीं होता है.इस समय आपको बेहद सावधानी से वाहन चलाने की सलाह दी जाती है.इस समय आपको धन के लेनदेन के मामलों में सावधान रहना होगा वही अपनी वाणी से किसी को नुकसान नहीं करना है.सरकारी नौकरी कर रहे जातकों को इस समय सीनियर का सहयोग नहीं मिलेगा जिससे उनका मन थोड़ा परेशान हो सकता है.आपको यह एक मास अत्यधिक सावधानी से निकलना होगा.।

कर्क राशि :- इस राशि के जातकों के लिए सूर्य दूसरे भाव के स्वामी होते हैं.सूर्य का गोचर अब कर्क राशि के जातकों के लिए सप्तम भाव से होगा.इस भाव से जातक के वैवाहिक जीवन और साझेदारी का विचार किया जाता है.इस भाव में विराजमान सूर्य की दृष्टि अब आपके लग्न पर होगी.सूर्य के गोचर के प्रभाव से आपको अपने जीवनसाथी के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना होगा.इस समय कोई भी मनमुटाव कलह का कारण न बने इस बात का आपको ध्यान रखना है.इस समय आपको नौकरी में उच्च अधिकारी सहयोग प्रदान करने वाले रहेंगे.इस अवधी में ससुराल पक्ष से किसी भी प्रकार का कोई लेनदेन नहीं करें,अन्यथा आपको समस्यायों का सामना करना पड़ेगा.।

सिंह राशि :- इस राशि के जातकों के लिए सूर्य लग्नेश होते हैं.इस भाव से जातक के व्यक्तित्व का बोध होता है.सूर्य सिंह राशि के जातकों के लिए छठे भाव में गोचर करेंगे.इस भाव से जातक के रोग, ऋण और शत्रु का विचार किया जाता है.इस भाव में विराजमान सूर्य की दृष्टि अब आपके बारहवें भाव पर होगी.छठे भाव में सूर्य को शत्रुहंता कहा गया है.इस गोचर के कारण आपके सभी शत्रु खत्म हो जाएंगे.सिंह राशि के जातकों को नौकरी में अच्छे अवसर प्राप्त होने वाले है.इस समय आयात निर्यात से जुड़े जातकों को बढ़िया मुनाफा प्राप्त होगा.सरकार के साथ काम कर रहे जातकों को बढ़िया अवसर मिलेंगे.कोर्ट कचहरी से बचे वादविवाद उतपन्न न होने दें.।

कन्या राशि :- इस राशि के जातकों के लिए सूर्य बारहवें भाव के स्वामी होते हैं.इस राशि के जातकों के लिए सूर्य का गोचर अब पंचम भाव से होगा.इस भाव से जातक के प्रेम, रोमांस और पुत्र का विचार किया जाता है.इस भाव में विराजमान सूर्य की दृष्टि अब आपके एकादश भाव पर होगी.सूर्य के इस गोचर के प्रभाव से प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे जातकों को सफलता मिलने वाली है.इस समय शेयर मार्किट से जुड़े जातकों को अच्छा लाभ मिलने की उम्मीद है.व्यापारी वर्ग को भी इस समय बढ़िया मुनाफे की उम्मीद दिखाई पड़ रही है.इस समय आपको अपने पिता का सहयोग प्राप्त होगा,संतान पक्ष से भी शुभ समाचार प्राप्त होगा.परस्त्री/पुरुष से आकर्षण घातक रहने वाला हैं.।

तुला राशि :- इस राशि के जातकों के लिए सूर्य एकादश भाव के स्वामी होते हैं.इस राशि के जातकों के जातकों के लिए अब सूर्य का गोचर चौथे स्थान से होगा.इस भाव से जातक की मानसिक शक्ति और भौतिक सुख का विचार किया जाता है.इस भाव में विराजमान सूर्य की दृष्टि अब आपके दशम भाव पर होगी.सूर्य के इस गोचर से आपको थोड़ा मानसिक तनाव सम्भव है.इस समय आपको कार्य स्थल पर अतिरिक्त जिम्मेदारी दी जा सकती है.सूर्य के कारण सरकारी नौकरी से जुड़े जातकों को लाभ होने की उम्मीद है.अगर आप अपना कोई ब्यवसाय आरम्भ करना चाह रहे है तो समय अनुकूल है.अपितु साझेदारी से बचना होगा.।

वृश्चिक राशि :- इस राशि के जातकों के लिए सूर्य दशम भाव के स्वामी होते हैं.इस भाव से जातक के कर्म स्थल और लीडरशिप का पता चलता है,वृश्चिक राशि के जातकों के लिए सूर्य अब तीसरे भाव में गोचर करने वाले है.इस भाव से साहस का विचार होता है.सूर्य की दृष्टि अब आपके नवम भाव पर होगी. इस गोचर के कारण आपको यात्राओं से लाभ होता हुआ दिखाई दे रहा है.इस समय आपको अपने पिता और भाग्य का सहयोग मिलने वाला है.अगर आप अपना कोई नया काम शुरू करना चाह रहे है तो इसमें आपको मदद मिल सकती है.नवीन व्यवसाय से सम्वन्धित शुभ समाचार आपको सुनाई देगा.।

धनु राशि :- इस राशि के जातकों के लिए सूर्य नवम भाव के स्वामी होते हैं.इस राशि के जातकों के लिए सूर्य का गोचर अब दूसरे स्थान से होगा.इस भाव से जातक की वाणी और संचित धन का विचार किया जाता है.इस भाव में विराजमान सूर्य की दृष्टि अब आपके आठवें भाव पर होगी.सूर्य के इस गोचर से आपके खर्चे बढ़ सकते है.इस समय आपको वाहन चलाते समय पूरी सावधानी बरतनी होगी.गुप्त विद्या की ओर आपका आकर्षण बढ़ सकता है.इस समय किसी भी प्रकार की पारिवारिक कलह से आपको बचकर रहना होगा.सूर्य देव के इस गोचर में आपको धन निवेश के लिए अच्छे अवसर के मौके मिल सकते है जिनका आपको फायदा उठाना चाहिए.यात्राओं में विशेष सावधानी रखनी होगी अन्यथा जहरखुरानी के शिकार हो सकते हैं.।

मकर राशि :- इस राशि के जातकों के लिए सूर्य अष्टम भाव के स्वामी होते हैं जो की अशुभ भाव माना गया है.इस भाव से जीवन में होने वाली दुर्घटना और आकस्मिक घटनाओं का विचार किया जाता है.इस राशि के जातकों के लिए सूर्य अब लग्न में ही गोचर करने वाले है.इस भाव में विराजमान सूर्य की दृष्टि अब आपके सप्तम भाव पर होने वाली है.इस समय आपके कार्यों में थोड़ी देरी हो सकती है.आपके पिता के साथ आपके मतभेद उभर सकते है.अपने स्वभाव में शालीनता लाएं.हड्डियों से जुडी किसी परेशानी से आपका सामना हो सकता है.इस समय आपको सलाह दी जाती है कि अपनी पत्नी के साथ व्यर्थ मतभेद न होने दे.अन्यथा हवालात तक की यात्रा के योग हैं.।

कुंभ राशि :- इस राशि के जातकों के लिए सूर्य सप्तम स्थान के स्वामी होते हैं.सप्तम भाव से वैवाहिक जीवन और साझेदारी का विचार किया जाता है.इस राशि के जातकों के लिए सूर्य का गोचर अब बारहवें भाव से होने जा रहा है,इस भाव में विराजमान सूर्य की दृष्टि अब आपके छठे भाव पर होगी. इस समय आपको अपने कीमती सामान का ध्यान रखना होगा.नौकरी में जो तरक्की आप चाह रहे है उसमे अभी थोड़ा समय लगने वाला है.इस समय सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे जातकों को थोड़ी कठिनाई महसूस हो सकती है.इस गोचर के दौरान आयात और निर्यात से जुड़े कारोबारी वर्ग को पैसे से जुड़ी कठिनाई सामने आ सकती है.स्वास्थ्य का विशेष ध्यांन रखें खान पान में विशेष सावधानी रखें.।

मीन राशि :- इस राशि के जातकों के लिए सूर्य छठे स्थान के स्वामी होते हैं.सूर्य का गोचर इस राशि के जातकों के लिए अब एकादश भाव से होने जा रहा है.इस भाव से जातक के कार्य सिद्धि का विचार किया जाता है.इस भाव में विराजमान सूर्य की दृष्टि अब आपके पंचम स्थान पर होगी.इस गोचर के कारण मीन राशि के जातकों के जीवन में खुशियों की बहार होगी.सूर्य के प्रभाव से आपके शत्रु नष्ट होंगे और आपको यात्राओं से लाभ होगा, कारोबारी वर्ग को लाभ होगा.नौकरी कर रहे जातकों को सफलता मिलेगी, अधिकारी आपसे प्रसन्न रहेंगे.जो छात्र सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे है उनके लिए भी समय अनुकूल रहने वाला है.अतिआत्मविश्वास घात सिद्ध हो सकता हैं.नजर दोष से बचना होगा.।

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