वृश्चिक राशिफल 2023

"ज्योतिर्विद डी डी शास्त्री"

वृश्चिक राशि के नामाक्षर -:- तो,ना,नी,नू,ने,नो,या,यी,यू..!

नमो नारायण…वर्ष 2023 बृश्चिक राशि के जातिकाओं/जातकों के लिये संघर्षशील गुजरने वाला हैं. इस वृराशि के जातकों के लिए साल के शुरू में ही शनि कुंभ में गोचर कर चौथे भाव को प्रभावित करेंगे,शनि के इस संचरण को चतुर्थ ढैया के नाम से जाना जाता है,इस समय आपको मानसिक/शारीरिक/पारिवारिक/आर्थिक तनाव से रूबरू होना पड़ सकता हैं.शनि के इस गोचर के कारण आपको कार्यस्थल पर मेहनत अधिक करनी होगी वहीं कार्यो में देरी देखने को मिल सकती है, गुरु अप्रैल अंत तक आपके पंचम भाव को प्रभावित कर संतान और धन के पक्ष को मजबूत बनाये रखने वाले है लेकिन 22 अप्रैल से लेकर 30 अक्टूबर तक राहु के साथ गुरु चांडाल युति का निर्माण कर सेहत को प्रभावित करेंगे,साल के उत्तरार्ध में राहु केतु 30 अक्टूबर को राशि परिवर्तन करेंगे और आपके पंचम और एकादश भाव को प्रभावित करेंगे,कुल मिलाकर इस साल आपको चौथे,पांचवे और छठे भाव से जुड़े फल अधिक प्राप्त होने वाले है.इस साल संपत्ति, धन, शिक्षा और नौकरी से जुड़े परिणाम अधिक प्राप्त होंगे.इस वर्ष ग्रहों के गोचर का भी समय समय पर आपके जीवन पर विशेष प्रभाव रहेगा.

बृश्चिक राशिफल 2023

जनवरी माह में सप्तम मंगल के कारण आपके दाम्पत्य जीवन में कुछ तनाव बना रह सकता है.इस समय आपको अपने जीवन साथी/संगिनी की भावनाओं की कद्र करनी होगी.पराक्रम भाव में सूर्य होने से भाइयों का सहयोग और यात्राओं से लाभ होगा.वाणी कारक बुध का धन भाव में गोचर वाणी को जहां मधुर बनाएगा वही दूसरी ओर शोध कर्म में जुटे हुए छात्रों को नए अविष्कार के लिए प्रेरित भी करेगा. माह अंत में शनि की ढैया शुरू होने से आपको पारिवारिक जीवन के साथ शारीरिक एवं आर्थिक क्षेत्र भी तनाव देखने को मिल सकता है,इस समय कार्य स्थल पर गुप्त शत्रुओं से सावधान रहना होगा.।

फरवरी माह में नौकरी बदलने का विचार मन में उमड़ सकता है.राहु पर शनि की नीच की दृष्टि आपको थोड़ा खिन्न कर सकती है.इस समय आपको उन्नति नहीं मिलने से तनाव बना रह सकता है.इस माह पंचम में विराजमान गुरु की शुक्र से युति प्रेम संबंध के लिए बेहतर रहने वाली है.युवा जातक इस समय अपने प्रेमी के साथ घूमने जा सकते है.यह समय पांडित्य से जुड़े ब्यक्तियों के लिये भी अनुकूल समय रहेगा क्योंकि गुरु लाभ भाव को प्रभावित कर रहे है.अपितु शेयर मार्केट से जुड़े जातक को अत्यधिक सचेत रहना होगा अन्यथा.. वही सरकारी सेवा से जुड़े लोगों को थोड़ी मेहनत अधिक करनी होगी.।

मार्च माह में राशि स्वामी मंगल अष्टम भाव में गोचर कर आपकी मुश्किल बढ़ाने वाले होंगे.इस समय बारहवें भाव में विराजमान केतु की दृष्टि मंगल पर होने के कारण चोट दुर्घटना आदि से सामना हो सकता है.इस समय आपको अपने धन संचय पर काम करना होगा क्योंकि पारिवारिक खर्च के कारण थोड़ी जेब ढीली हो सकती है.माह मध्य में छठे भाव में शुक्र का गोचर राहु के साथ होने से किसी महिला मित्र से थोड़ी अनबन हो सकती है.इस समय आपके घर में नए मेहमान का आगमन हो सकता है. विद्यार्थी वर्ग को इस समय अच्छी सफलता मिलने के योग दिखाई पड़ रहे है.।

अप्रैल माह में गुरु का राशि परिवर्तन एक टर्निंग पॉइंट सिद्ध होगा.अब देव गुरु बृहस्पति राहु के साथ मेष राशि में गोचर करेंगे वही केतु पर उनकी दृष्टि होगी.दूसरी ओर शनि की भी दृष्टि अब गुरु पर होगी जिसके कारण आपको अच्छी नौकरी मिलने की उम्मीद जताई जा सकती है.इस समय मन्त्र सिद्धि में लगे हुए जातकों को देवताओं की कृपा प्राप्त होगी.धार्मिक यात्रा का योग दिखाई पड़ रहा है.ऐसा भी हो सकता है की इस समय आप किसी दार्शनिक से जुड़कर जीवन को एक अलग नज़रिये से देखने लग जाए.कार्य स्थल पर अब चीजें आपके अनुकूल होगी वही उच्च शिक्षा के लिए विदेश जाने की बाट जोह रहे जातकों को अब सफलता मिलती हुई दिखाई पड़ रही है.हालांकि शनि की चतुर्थ ढैया के कारण अपने स्वास्थ्य को लेकर अत्यधिक सावधान रहना होगा.।

मई माह में आपको अटके कामों में गति आने की सम्भावना बन रही है.इस माह लग्न पर सूर्य के प्रभाव से आप एक अच्छे टीम लीडर साबित होंगे.इस समय आपको शुक्र के विपरीत राजयोग के कारण गुप्त सहयोग प्राप्त होगा.अपने काफी समय से जो काम सोचा हुआ था वो काम अब किसी महिला की मदद से होगा.भाग्य में नीच राशि के मंगल का गोचर तकलीफ देगा.इस समय आपको जितना हो सके अपने पिता और गुरुओं की सेवा करनी होगी.छठे भाव में बुध गुरु की युति किसी बड़े निवेश की ओर संकेत कर रही है.इस समय जो स्टार्टअप विदेशी फंडिंग की योजना बना रहे है उन्हें सफलता मिलेगी.अपितु शीघ्रता में कोई काम न करें अन्यथा सब चौपट हो सकता हैं.।

जून माह में आप अपनी पत्नी के साथ अच्छा समय बिताने वाले हैं.ऐसा भी हो सकता है कि आप अपनी पत्नी और बच्चों के साथ कहीं बाहर घूमने चले जाए.दसमेश सूर्य माह मध्य में अष्टम में गोचर करने वाले है जिससे आपको कार्य स्थल पर थोड़ी कठिनाई महसूस हो सकती है.शुक्र की नीच के मंगल के साथ युति किसी प्रेम संबंध के उजागर होने की ओर संकेत है.तथा अन्यत्र महिला/पुरुष मित्र से सम्वन्धों को बड़ी सहजता से संभालना होगा अन्यथा आपको भविष्य में बेहद नुकसानदायक सिद्ध हो सकती है.इस समय संतान की उपलब्धि पर गर्व हो सकता है.विपरीत योनि के आकर्षण से बचें अन्यथा सब चौपट हो सकता हैं.

जुलाई माह आपके करियर के लिए बेहद ही अच्छा रहेगा.इस समय मंगल शुक्र की युति से आपको ना सिर्फ तरक्की मिलेगी बल्कि आपको नई जिम्मेदारी मिलेगी.इस समय जो पैतृक काम संभाल रहे है उनके भी काम में उन्नति होगी.खुद का व्यापार अगर आप शुरू करना चाह रहे है तो इस समय आपको अपने पिता से अच्छी मदद मिलेगी.हालांकि शनि मंगल का समसप्तक योग परिवार में बेवजह किसी विवाद को जन्म दे सकता है.आपको हर छोटी बात पर अधिक सोचना बंद करना होगा.माह अंत में सूर्य बुध भाग्य में वृद्धि कर सरकार से सहयोग करवाने वाले होंगे.अपितु व्यर्थ के वादविवाद से बचें अन्यथा हर तरफ से समस्यायें जकड सकती हैं.।

अगस्त माह में राशि स्वामी लाभ स्थान में गोचर कर धन वृद्धि के योग बनाने वाले है.इस समय तकनीति क्षेत्र से जुड़े जातकों को किसी अविष्कार के लिए सम्मानित भी किया जा सकता है.दशम में विराजमान सूर्य चारों और से प्रसिद्धि और सुख समृद्धि देने वाले होंगे.प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे जातकों को इस समय कोई अच्छी खबर मिल सकती है.भाग्य में विराजमान शुक्र पत्नी सुख में वृद्धि की ओर संकेत कर रहे है.इस समय काम के सिलसिले में की गई यात्राएं सफल होगी.इस माह आपको वाहन सुख की प्राप्ति हो सकती है.कार्य स्थल पर महिला वर्ग का सहयोग आपको मिलता रहने वाला है.वाहन से सम्वन्धित विशेष सावधानी रखें अन्यथा अंगभंग की स्थिति उत्पन्न हो सकती हैं.।

सितंबर माह में लाभेश बुध दशम भाव में गोचर कर शनि के साथ समसप्तक योग का निर्माण करने वाले है.इस योग से जो छात्र शोध कार्य में लगे है उन्हें सफलता मिलेगी.इस समय फाइनेंस से जुड़े जातकों के काम को सराहना प्राप्त होगी.अगर आप खिलाडी है तो इस समय आपको सम्मानित किया जा सकता है.इस माह सूर्य मंगल की युति आपके काम को आगे बढ़ाने वाली होगी.स्त्री जातकों को इस माह शुक्र की कृपा से बड़े आर्डर मिल सकते है.इस माह आप किसी धार्मिक यात्रा के लिए भी प्रस्थान कर सकते है.यह समय गुप्त साधना के लिए उचित कहा जा सकता है.अट्रेक्शन/अफेयर से सचेत रहे अन्यथा आगे चल कर मेजर समस्यायों का सामना करना पड़ेगा.।

अक्टूबर माह में राहु केतु अपनी राशि बदलकर क्रमशः मीन और कन्या में गोचर करेंगे.इस संचरण के कारण राहु का गोचर अब आपके पंचम भाव में होने जा रहा है और केतु आपके लाभ स्थान को प्रभावित करेंगे.इस संचरण के कारण आप गुरु चांडाल योग से मुक्त हो जाएंगे और अब गुरु पुरे बल के साथ छठे भाव का फल प्रदान करने वाले है.इस माह आपके प्रेम संबंधों में खटास आ सकती है. आपको अपने जीवनसाथी की भावनाओं का ख्याल रखकर चलना होगा.इस माह विदेशी यात्रा से लाभ होने की उम्मीद है.अपने कारोबार को बढ़ाने के लिए आप विदेश जायेंगे और आपकी मन मुताबिक सफलता भी मिलेगी.लेकिन अपने जीवन साथी/संगिनी का विशेष ध्यान रखें.।

नवम्बर माह आपके लिए स्वास्थ्य के लिहाज से थोड़ा बेहतर रहने वाला है.दरअसल इस माह गुरु चांडाल योग से मुक्त होने के कारण स्वास्थ्य में अच्छा सुधार दिखाई देगा.इस माह मंगल के कारण बन रहे रुचक राजयोग के कारण आपको समाज में मान सम्मान प्राप्त होने वाला है.इस समय आप एक अलग प्रकार की आध्यात्मिक ऊर्जा से सराबोर रहने वाले है.हालांकि लग्न में विराजमान सूर्य मंगल की युति पर शनि की दृष्टि के कारण आपको थोड़ा अहंकार से बचना होगा.इस समय आप अपने क्रोध के कारण किसी कलह को जन्म दे सकते है.नीच के शुक्र पर राहु की दृष्टि के कारण स्त्री पक्ष से कष्ट हो सकता हैं.संगती से इस अवधि में विशेष सतर्कता चाहिये.

साल के लास्ट मंथ दिसम्बर में आपको धन से जुड़े अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे.सूर्य धन स्थान में विराजमान होकर पैतृक संपत्ति का लाभ देंगे वही बुध साहस में वृद्धि कर लेखन, मीडिया और संचार से जुड़े जातकों को प्रसिद्धि देने का काम करेंगे.इस माह आपको शनि देव की कृपा से किसी बड़े सरकारी पद पर नियुक्त किया जा सकता है.स्त्री जातकों के लिए यह माह बेहद शुभ रहने वाला है.शुक्र की बारहवें भाव में बलवान उपस्थिति आपको विदेशों से धन लाभ करवाने वाली होगी.इस माह आप अपने प्रेमी/प्रेमिका के साथ कहीं बाहर घूमने के लिए भी जा सकते है.इस दौरान गुरु देव बृहस्पति की कृपा से बड़ी नौकरी मिलने के योग भी दिखाई पड़ रहे है.संक्रमण से सम्वन्धित व्याधि से सचेत रहे अन्यथा मेजर शारीरिक कष्ट का सामना करना पद सकता हैं.।

हनुमान जी की पूजा करें,नित्य हनुमान चालीसा एवं बजरंगबाण का पाठ करें,मंगलवार को धार्मिक स्थल पर हनुमान जी के दर्शन करें,तथा चोकर एवं गुड़ मिलाकर मंगलवार को खिलाएं,लाल मूंगा तिकोना + पुखराज अथवा सुनहला + चंद्रकांतमणि जड़ित स्वास्थ्य/भाग्य वृद्धि कवच अष्टधातु में धारण करें.

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