‘ॐ महालक्ष्म्यै च विद्महे.! विष्णु पत्न्यै च धीमहि.! तन्नौ लक्ष्मी प्रचोदयात्.II
जय माता दी…..सनातन धर्म में प्रत्येक दिन किसी न किसी देवी-देवता की पूजा या उनसे संबंधित व्रत-त्योहार आदि से जुड़ा होता है.इसी कड़ी में यदि बात करें अंग्रेजी कैलेंडर के वर्ष के 5th Month May महीने की तो व्रत-पर्वों के दृषिकोण से माह अत्यधिक महत्पूर्ण है यह मास में वरुथिनी एकादशी से व्रत त्यौहार प्रारम्भ होकर वैशाख अमावस व अक्षय तृतीया के पावन पर्व के पश्चात् बृष/ज्येष्ठ संक्रांति तथा श्रीगंगा जयन्ती मोहिनी एकादशी श्रीनृसिंह जयन्ती एवं बैशाख पर बुद्ध जयन्ती का शुभ संयोग बन रहा हैं,तथा श्रीगणेश चतुर्थी के साथ इस मास का समापन होगा,इस माह में 14 मई को सूर्य नारायण मेष राशि का गोचर पूर्ण कर बृषभ मेष राशि में प्रवेश करेंगे.!
ग्रह नक्षत्रों की दृष्टिकोण से अप्रैल माह में 01,तारिक देवगुरु बृहस्पति ग्रह लगभग 13 वर्ष पश्चात् बृष राशि में प्रवेश करेंगे 10 मई को बुद्ध ग्रह मेष राशि में 14 मई को सूर्य बृष राशि में 31 मई को बुद्ध गृह पुनः राशि परिवर्तन कर बृष राशि में प्रवेश करेंगे.अंग्रेजी कैलेंडर के 5th Month में कब कौन सा तीज-त्योहार पड़ेगा,आइए विस्तार से जानने के लिए देखते हैं मई महीने का कैलेंडर…….
01 मई – बृहस्पति ग्रह 12 बजकर 57 मिनट पर बृषभ राशि में प्रवेश
04 मई – पंचक 14:33,बजे से प्रारम्भ
04 मई – वरुथिनी एकादशी
05 मई – प्रदोष व्रत (कृष्ण)
05 मई – गंडमूल 19:57.बजे से प्रारम्भ
06 मई – मासिक शिवरात्रि
06 मई – देवगुरु बृहस्पति ग्रह अस्त
08 मई – वैशाख अमावस्या
10 मई – अक्षय तृतीया
10 मई – भगवान् श्रीपरशुराम जयन्ती
10 मई – चारधाम यात्रा ,प्राकृतिक सौंदर्य,सांस्कृतिक विविधता का अद्भुत संगम हैं
10 मई – बुध ग्रह का राशि परिवर्तन और आपकी राशि पर प्रभाव
13 मई – श्री रामानुजाचार्य जयंती
14 मई – सूर्य~बृष/ज्येष्ठ संक्रांति
14 मई – श्रीगंगा जयन्ती
14 मई – गंडमूल 13:05,बजे से प्रारम्भ
15 मई – श्रीबगलामुखी जयंती
16 मई – श्री सीता (जानकी) जयंती
19 मई- मोहिनी एकादशी
20 मई – प्रदोष व्रत (शुक्ल)
21 मई – श्रीनरसिंह जयन्ती
22 मई – श्रीछिन्नमस्तिका जयन्ती
23 मई – बुद्ध जयन्ती
23 मई – वैशाख पूर्णिमा व्रत
23 मई – श्रीबुद्ध जयन्ती
24 मई – गंडमूल 10:10,बजे से प्रारम्भ
25 मई – श्रीनारद जयन्ती
26 मई – श्री गणेश चतुर्थी व्रत
29 मई – पंचक 20:06,बजे से प्रारम्भ
31 मई – बुद्ध ग्रह का राशि परिवर्तन और आपकी राशि पर प्रभाव