Maharishi Dadhichi Jayanti: महर्षि दधीचि जयंती
श्रीमन्न महागणाधिपतये नमः…प्रतिवर्ष भाद्रपद माह की शुक्ल अष्टमी को दाधीच जंयती मनाई जाती है. पौराणिक आख्यानों
श्रीमन्न महागणाधिपतये नमः…प्रतिवर्ष भाद्रपद माह की शुक्ल अष्टमी को दाधीच जंयती मनाई जाती है. पौराणिक आख्यानों
ॐ वराहाय नमः…वाराह अवतार भगवान विष्णु का ही एक अवतार है. भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष
ॐ विश्वकर्मण्ड्ये नमः….महादेव ने ब्रह्मा,विष्णु को अवतरित कर सृष्टि के सृजन,पालन की जिम्मेदारी सौंपी,इस जिम्मेदारी के
नमो नारायण …..भाद्रपद कृष्ण पक्ष की एकादशी अजा या कामिका एकादशी के नाम से जानी जाती
ऊं ह्नीं राधिकायै नम:….भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष की अष्टमी को राधाष्टमी के नाम से भी
श्रीमन्न लक्ष्मीनारायणाभ्यां नमः…श्री महालक्ष्मी व्रत का प्रारम्भ भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि के
ॐ घृणि सूर्याय नमः…सूर्य षष्ठी व्रत भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष की षष्ठी को मनाया जाता
ॐ गण गणपतये नमः…..भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी से आरंभ होने वाला गणेश महोत्सव
नमो नारायण……ज्योतिष शास्त्र में पंचाग गणना अनुसार माह की 30वीं तिथि को अमावस्या कहा जाता है.इस
ॐ पित्रेभ्य नमः……अघोरा चतुर्दशी भद्रपद कृष्ण पक्ष चतुर्दशी के दिन मनाई जाती है.इसे स्थानीय भाषा में
ॐ नमः शिवाय….श्रावण माह की पूर्णिमा बहुत ही शुभ व पवित्र दिन माना जाता है.ग्रंथों में
शान्ताकारम् भुजगशयनम् पद्मनाभम् सुरेशम् विश्वाधारम् गगनसदृशम् मेघवर्णम् शुभाङ्गम्। नमो नारायण…..एक मास में दो अमावस्या का योग