जय माता दी….बहुत से लोग मानते है कि ग्रीष्म ऋतु मे पृथ्वी सूर्य के समीप होती है जिससे मौसम उष्ण हो जाता है,इसके विपरीत शीत ऋतु मे पृथ्वी सूर्य से दूर होती है जिससे मौसम शीतल हो जाता है। सतही तौर पर यह सच भी लगता है लेकिन यह गलत है,वर्ष 2024 में 19 अप्रैल से ग्रीष्म ऋतू प्रारम्भ होगी.!
यह सच है कि पृथ्वी की कक्षा पूर्ण वृत्त ना होकर दिर्घवृत्ताकार है। वर्ष के कुछ समय पृथ्वी सूर्य के समीप होती है और कुछ समय सूर्य से दूर,लेकिन जब उत्तरी गोलार्ध मे शीत ऋतु होती है पृथ्वी सूर्य के निकट होती है और सूर्य से दूर वाली स्तिथि मे उत्तरी गोलार्ध मे ग्रीष्म ऋतु होती है.!
पृथ्वी की सूर्य से निकटतम स्तिथि(3 जनवरी के आसपास) मे दूरी 14.71 करोड़ किमी होती है जबकी दूरस्थ स्तिथि (4 जुलाई के आसपास) मे दूरी 15.21करोड़ किमी होती है,दोनो स्तिथि मे दूरी मे अंतर लगभग 60 लाख किमी का आता है जो इस पैमाने पर नगण्य है और इतना नही है कि वह पृथ्वी पर मौसम पर कोई प्रभाव डाल सके.!
-:’बदलती ऋतुएं’;-
ऋतुओं के हिसाब से मौसम बदलता रहता है,शीत(शिशिर) में वह सबसे ठण्डा होता है और ग्रीष्ममें सबसे गर्म,बहुत-से पेड़-पौधे भी ऋतुओं के अनुसार बदलते रहते हैं,कुछ पेड़ों को देख कर ही तुम बता सकते हो कि इस समय कौन-सी ऋतु है.!
-: वसन्त में, जैसे-जैसे मौसम गर्म होना शुरू होता है, पेड़ों पर नयी पत्तियां उगने लगती हैं.!
-:गर्मियों में, इस तरह के पेड़ हरी पत्तियों से ढके होते हैं.!
-:शरद ऋतु में, पेड़ों की पत्तियां लाल या भूरी पड़ कर मरने लगती है.!
-:शीत (शिशिर) या सर्दियों तक सारी पत्तियां पीली पड़ कर झर जाती हैं.!
पारंपरिक पश्चिमी मौसम विज्ञान से थोड़ा हट कर भारत में मौसम को छह: ऋतुओं में बांटा गया है,यह हैं: ग्रीष्म, वर्षा, शरद, हेमंत, शीत (शिशिर), वसंत,अगर यह कुछ ज्यादा लग रहे हैं तो जरा चीन कीतरफ देखो वहां तो महीनों से दोगुने मतलब 24 मौसम माने जाते हैं.!