जय नारायण की….. वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रह-नक्षत्रों का राशि परिवर्तन बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है.एक निश्चित अवधि पूरा करने के बाद सभी ग्रह एक राशि से निकलकर दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं.ग्रहों की इस घटना को गोचर कहा जाता है.गोचर का सीधा संबंध सभी 9 ग्रहों और 12 राशियों पर पड़ता है.सूर्य से केतु तक सभी ग्रहों के राशि परिवर्तन की अवधि अलग-अलग होती है. जिसका प्रभाव सभी राशियों पर सकारात्मक व नकारात्मक रूप से पड़ता है. इसके साथ ही जब ग्रह एक राशि से निकलकर दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं तो वह कई शुभ राजयोग का निर्माण भी करते हैं.!
ज्योतिष गणना के अनुसार 19 मई को दैत्य गुरु शुक्र ग्रह मेष राशि से निकलकर वृषभ राशि में प्रवेश करेंगे. देवताओं के गुरु बृहस्पति 1 मई को वृषभ राशि में प्रवेश चुके हैं .लगभग 12 साल बाद वृषभ राशि में जिससे गजलक्ष्मी राजयोग का निर्माण होगा.गुरु और शुक्र जब एक दूसरे से केंद्र भाव में, आमने सामने या पहले,चौथे और सातवें भाव में होते हैं,तब गजलक्ष्मी राजयोग का निर्माण होता है.!
-:’31 मई को अद्भुत संयोग’:-
शुक्रवार 31 मई को मध्याहन 12 बजकर 12 मिनट पर बुध ग्रह मेष राशि का गोचर पूर्ण कर वृषभ राशि में प्रवेश करेंगे जहां वृषभ राशि में पहले से दैत्य गुरु शुक्र और देवताओं के गुरु बृहस्पति विराजमान है ऐसी स्थिति में गजलक्ष्मी राजयोग सहित बुधादित्य गुरुआदित्य योग शुक्रादित्य योग और मालव्य राजयोग का भी निर्माण होगा,जिसका प्रभाव समस्त 2 राशियों के जातकों पर पड़ेगा.30 वर्षों से भी अधिक अवधी का ज्योतिष के क्षेत्र में अनुभव रखने वाले “ज्योतिर्विद डी डी शास्त्री” जी से जानिए बुद्ध ग्रह के इस राशि परिवर्तन से बनाने वाले गजलक्ष्मी राजयोग सहित बुधादित्य गुरुआदित्य योग शुक्रादित्य योग मालव्य योग तथा राजयोग का आपकी राशि पर पड़ेगा कैसा प्रभाव .!
मेष राशि :- आपकी राशि पर बुध का गोचरकाल काफी मिला-जुला फलकारक रहेगा। प्रभाव वृद्धि तो होगी लेकिन किसी न किसी कारण से गुप्त शत्रुओं की अधिकता रहेगी। विवादित मामले कोर्ट-कचहरी से बाहर ही सुलझाएं। इस अवधि के मध्य किसी को भी अधिक धन उधार के रूप में न दें अन्यथा आर्थिक हानि का सामना करना पड़ सकता है। शासन सत्ता का पूर्ण सहयोग मिलेगा। सामाजिक पद-प्रतिष्ठा बढ़ेगी। चुनाव संबंधी कोई निर्णय लेना चाह रहे हों तो उसके लिए भी ग्रह स्थितियां अनुकूल रहेगी.।
वृषभ राशि :- राशि से बारहवें व्ययभाव में गोचर करते हुए बुध कई तरह के अप्रत्याशित उतार-चढ़ाव का सामना करवाएंगे। नए लोगों से मेल-जोल बढ़ेगा। यात्रा देशाटन का लाभ मिलेगा। किसी दूसरे देश के लिए वीजा आदि का आवेदन करना चाह रहे हों तो उस दृष्टि से भी ग्रह गोचर अनुकूल रहेगा। मित्रों तथा संबंधियों से सहयोग प्राप्ति के योग। अत्यधिक खर्च के कारण आर्थिक तंगी का भी सामना करना पड़ सकता है। भावनाओं में बहकर लिया गया निर्णय नुकसानदेय सिद्ध होगा.।
मिथुन राशि :- राशि से एकादश लाभ भाव में गोचर करते हुए बुध का प्रभाव बेहतरीन सफलता कारक रहेगा विशेष करके आय के संसाधनों में वृद्धि होगी। काफी दिनों का दिया गया धन भी वापस मिलने की उम्मीद बंधेगी। संतान के दायित्व की भी पूर्ति होगी। नव दंपति के लिए संतान प्राप्ति और प्रादुर्भाव के भी योग हैं। प्रेम संबंधी मामलों में प्रगाढ़ता आएगी। विवाह संबंधी कोई निर्णय लेना चाह रहे हों तो वह भी उत्तम रहेगा। परिवार के वरिष्ठ सदस्यों और बड़े भाइयों से भी सहयोग के योग बन रहे हैं.।
कर्क राशि :- राशि से दशम कर्म भाव में गोचर करते हुए बुध का प्रभाव कार्यक्षेत्र का विस्तार तो करेगा ही जमीन-जायदाद तथा पैतृक संपत्ति संबंधी विवाद भी हल होंगे। मकान अथवा वाहन का क्रय करना चाह रहे हों तो उस दृष्टि से भी ग्रह-गोचर अनुकूल रहेगा। केंद्र अथवा राज्य सरकार के विभागों के प्रतीक्षित कार्य संपन्न होंगे। किसी नए टेंडर के लिए भी आवेदन करना चाह रहे हों तो वह भी उत्तम रहेगा। अपनी वाणी कुशलता के बलपर कठिन हालात को भी आसानी से नियंत्रित कर लेंगे.।
सिंह राशि :- राशि से नवम भाग्य भाव में गोचर करते हुए बुध धर्म और आध्यात्म के प्रति रुचि और बढ़ाएंगे। आप जरूरतमंद लोगों की मदद करने के लिए भी आगे आएंगे। समाज में प्रतिष्ठा बढ़ेगी। अपनी कार्य कुशलता और ऊर्जाशक्ति का पूर्ण उपयोग करेंगे तो सफलताओं का सिलसिला और तेजी से बढ़ेगा। परिवार के छोटे सदस्यों से मतभेद बढ़ने न दें। नौकरी में पदोन्नति तथा मान-सम्मान वृद्धि के योग। स्थान परिवर्तन के लिए भी प्रयास करना चाह रहे हों तो अवसर अच्छा है लाभ उठाएं.।
कन्या राशि :- राशि से अष्टम आयु भाव में गोचर करते हुए बुध का प्रभाव बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता। आपके अपने ही लोग नीचा दिखाने की कोशिश करेंगे। किसी पर भी अधिक विश्वास करना नुकसानदेय सिद्ध हो सकता है। आर्थिकपक्ष कमजोर न होने दें। परिवार में अलगाववाद की स्थिति न आने दें। पैतृक संपत्ति संबंधी सौदा करना चाह रहे हो तो थोड़ा इंतजार करें। स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। दवाओं के रिएक्शन तथा चर्मरोग से बचें। पेट संबंधी विकार से भी सावधान रहना पड़ेगा.।
तुला राशि :- राशि से सप्तम दांपत्य भाव में गोचर करते हुए बुध का प्रभाव अप्रत्याशित सुखद परिणाम देगा। दांपत्य जीवन में मधुरता आएगी। वैवाहिक वार्ता भी सफल रहेगी। परिवार में मांगलिक कार्यों का सुअवसर आएगा। नए लोगों से मेलजोल बढ़ेगा जिसका परिणाम दूरगामी रहेगा। इस अवधि के मध्य कोई भी बड़े से बड़ा कार्य करना हो, व्यापार आरंभ करना हो अथवा किसी नए अनुबंध पर हस्ताक्षर करना हो तो उस दृष्टि से भी ग्रह-गोचर अनुकूल रहेगा। ससुराल पक्ष से सहयोग मिलेगा.।
वृश्चिक राशि :- राशि से छठे शत्रु भाव में गोचर करते हुए बुध का प्रभाव सामान्य फलकारक ही रहेगा। स्वास्थ्य के प्रति चिंतनशील रहें। काफी दिनों का प्रतीक्षित कार्य संपन्न होगा। यात्रा देशाटन का लाभ मिलेगा। किसी दूसरे देश के लिए वीजा आदि का आवेदन करना चाह रहे हों तो उस दृष्टि से भी समय अनुकूल रहेगा। विद्यार्थियों और प्रतियोगिता में बैठने वाले छात्रों को परीक्षा में अच्छे अंक लाने के लिए और प्रयास करने होंगे। आर्थिक जिम्मेवारियों का भी बखूबी निर्वहन करने में सफल रहेंगे.।
धनु राशि :- राशि से पंचम विद्या भाव में गोचर करते हुए बुध का प्रभाव विद्यार्थियों और प्रतियोगिता में बैठने वाले छात्रों के लिए बेहतरीन रहेगा। इस अवधि में अच्छी मेहनत करेंगे तो परीक्षा का परिणाम और भी सुख देने वाला रहेगा। शोधपरक और अविष्कारक कार्यों में तो सफलता मिलेगी ही केंद्र अथवा राज्य सरकार के विभागों के प्रतीक्षित कार्य भी संपन्न होंगे। संतान के दायित्व की पूर्ति होगी। नव दंपति के लिए संतान प्राप्ति एवं प्रादुर्भाव के भी योग हैं। प्रेम संबंधी मामलों में भी प्रगाढ़ता आएगी.।
मकर राशि :- राशि से चतुर्थ सुख भाव में गोचर करते हुए बुध का प्रभाव मिला जुला फलकारक रहेगा। सफलताओं के बावजूद कहीं न कहीं पारिवारिक कलह और मानसिक अशांति का सामना करना ही पड़ेगा। यात्रा सावधानीपूर्वक करें और सामान चोरी होने से भी बचाएं। अपनी रणनीतियों तथा योजनाओं को गोपनीय रखते हुए कार्य करेंगे तो अधिक सफल रहेंगे। किसी सरकारी कार्य का निपटारा करना हो तो भी अवसर अच्छा है। जमीन-जायदाद संबंधी मामले हल होंगे। वाहन का क्रय कर सकते हैं.।
कुंभ राशि :- राशि से तृतीय पराक्रम भाव में गोचर करते हुए बुध का प्रभाव आपके स्वभाव में सौम्यता लाएगा। नए लोगों से मेल-जोल बढ़ेगा जिसका परिणाम सुखद और दीर्घकालिक रहेगा। समाज के संभ्रांत लोंगों को प्रभावित करने में भी कामयाब रहेंगे। आध्यात्मिक उन्नति होगी। धार्मिक ट्रस्टों तथा अनाथालयों में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे और दान-पुण्य करेंगे। यात्रा देशाटन का लाभ मिलेगा। परिवार में छोटे भाइयों से मतभेद बढ़ने न दें। कोई भी कार्य जब तक पूर्ण न हो जाय उसे सार्वजनिक न करें.।
मीन राशि :- आपकी राशि से द्वितीय धन भाव में गोचर करते हुए बुध का प्रभाव आर्थिक पक्ष तो मजबूत करेगा। अपनी वॉक चातुर्यता से विषम परिस्थितियों से भी लड़ने में सफल रहेंगे। नए लोगों से मेल-जोल बढ़ेगा। काफी दिनों का दिया गया धन भी वापस मिलने की उम्मीद है। इस अवधि के मध्य स्वास्थ्य के प्रति अधिक सावधान रहने की आवश्यकता है। कार्यक्षेत्र में भी षड्यंत्र का शिकार होने से बचें। बेहतर रहेगा कार्य संपन्न करें और सीधे घर आएं। विवादित मामले भी कोर्ट-कचहरी से बाहर ही सुलझा लेना समझदारी रहेगी.।