November 18, 2024 1:10 PM

Pitru Paksha 2024 Start Date And Time In Hindi: श्राद्ध (पितृ) पक्ष प्रारम्भ

'ज्योतिर्विद डी डी शास्त्री'

Share on facebook
Share on twitter
Share on linkedin
Share on whatsapp
Share on telegram
Share on email
Share on print
Share on pinterest

देवताभ्यः: पितृभ्यश्च महायोगिभ्य एव च।
नमः स्वाहायै स्वधायै नित्यमेव नमो नमः।। ·
Pitru Paksha 2024 Start Date And Time In Hindi: पितृभ्य नमः….भाद्रपद महीने की पूर्णिमा से आश्विन कृष्ण पक्ष अमावस्या तक के सोलह दिनों को पितृ पक्ष कहा जाता है,वर्ष 2024 में 17 सितम्बर से 02 ओक्टुबर तक पितृ पक्ष रहेगा,पितर का अर्थ होता है पालन या रक्षण करने वाला। इस समय पितृ, यमलोक से आकर अपने परिवार के सदस्यों के घर में वास करते हैं,16 दिन अपना-अपना भाग लेकर पितर ब्रह्मांडीय उर्जा के साथ वापस चले जाते हैं,इस प्रकार व्यक्ति अपने पितृ ऋण से मुक्त हो जाता है.वर्ष !

ब्रह्माण्ड में दक्षिण दिशा स्थित पितृलोक में निवास करने वाले पितृ श्रद्धा और भाव के भूखे हैं,श्राद्ध पक्ष में यदि कुछ भी पास न हो तो दोपहर के समय दक्षिण दिशा की ओर मुख कर जल दे दें या उनकी याद में आंसू ही बहा दें, श्राद्ध हो जाएगा,श्राद्ध पक्ष को महालय और पितृ पक्ष के नाम से भी जाना जाता है.!

-:’Pitru Paksha 2024 Start Date And Time In Hindi: श्राद्ध करने से मिलते हैं यह लाभ व श्राद्ध का महत्व’:-
श्राद्ध का अर्थ अपने देवताओं, पितरों, परिवार और वंश के प्रति श्रद्धा प्रकट करना है,जब स्वजन अपने शरीर को छोड़कर चले जाते हैं,वह चाहे किसी भी रूप में अथवा किसी भी लोक में हों, श्राद्ध पक्ष के समय अपनी तिथि पर पृथ्वी पर आते हैं,उनकी तृप्ति के लिए श्रद्धा के साथ जो शुभ संकल्प और तर्पण किया जाता है, उसको हमारे पितृ सूक्ष्म रूप में आकर अवश्य ग्रहण करते हैं,अपनी तिथि के दिन हमारे पितृ सवेरे सूर्य की किरणों पर सवार होकर आते हैं,वह अपने पुत्र पौत्र अथवा वंशजों से अपेक्षा करते हैं कि उन्हें अन्न-जल प्रदान करें,ब्राह्मण को भोजन कराने एवम पितृ जल देने से वे एक वर्ष के लिए तृप्त हो जाते हैं,इन सोलह दिनों में न कोई शुभ कार्य किया जाता है और न ही कोई नई वस्तु खरीदी जाती है.I

नोट :- ज्योतिष अंकज्योतिष वास्तु रत्न रुद्राक्ष एवं व्रत त्यौहार से सम्बंधित अधिक जानकारी ‘श्री वैदिक ज्योतिष एवं वास्तु सदन’ द्वारा समर्पितAstro Dev YouTube Channel & www.vaidicjyotish.com & Facebook Pages पर प्राप्त कर सकते हैं.II
Share on facebook
Share on twitter
Share on linkedin
Share on whatsapp
Share on telegram
Share on email
Share on print
Share on pinterest