जय नारायण की….वर्तमान में तुला राशि में गोचर कर रहे युवराज बुध ग्रह 29 ओक्टुबर को रात्रि 22:39 बजे वृश्चिक राशि में प्रवेश कर जाएंगे,जिन जातकों की कुंडली में बुध नीच राशि में हैं उनके लिए सतर्क रहने की जरूरत है.30 वर्षों से भी अधिक अवधी का ज्योतिष के क्षेत्र में अनुभव रखने वाले “ज्योतिर्विद डी डी शास्त्री” जी से जानिए बुद्ध ग्रह के राशि परिवर्तन से आपकी राशि पर कैसा प्रभाव रहेगा:-
मेष राशि :- मेष राशि के जातकों के लिए बुध तीसरे और छठे भाव के स्वामी हैं और बुध का वृश्चिक राशि में गोचर आपके आठवें यानी कि दीर्घायु, अचानक होने वाली घटनाएं, गोपनीयता, रहस्य विज्ञान और बदलाव के भाव में होगा,मेष राशि के जातकों के लिए यह गोचर अनुकूल प्रतीत नहीं हो रहा है लेकिन आठवें भाव पर आपके लग्न स्वामी मंगल का आधिपत्य है इसलिए आपको आठवें भाव के हानिकारक प्रभाव का अनुभव नहीं होगा,इस दौरान आप अपने बातचीत में बदलाव का अनुभव करेंगे लेकिन फिर भी आपको अपनी वाणी पर नियंत्रण रखने की सलाह दी जाती है। बातचीत करते समय सावधानी बरतें.!
स्वास्थ्य की दृष्टि से देखें, तो बुध का वृश्चिक राशि में गोचर आपको स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां दे सकता है। इस दौरान आप त्वचा संबंधी समस्याओं या गले से संबंधित किसी रोग से ग्रस्त हो सकते हैं। इसके अलावा, अचानक होने वाली घटनाओं के कारण आपके तनाव में आने की संभावना है। मानसिक रूप से आप बेचैनी महसूस कर सकते हैं। ऐसे में, आपको सलाह दी जाती है कि इन स्वास्थ्य समस्याओं को नज़रअंदाज़ न करें अन्यथा यह बीमारी लंबे समय के लिए आपको परेशान कर सकती है। आठवें भाव से बुध आपके दूसरे भाव पर दृष्टि डाल रहे हैं जिसके चलते आप बचत करने में सक्षम होंगे लेकिन आपके अचानक खर्चे बढ़ सकते हैं.!
वृषभ राशि :- वृषभ राशि वालों के लिए बुध दूसरे और पांचवें भाव के स्वामी हैं। बुध का वृश्चिक राशि में गोचर आपके जीवनसाथी और बिज़नेस पार्टनरशिप के सातवें भाव में होने जा रहा है। प्रेम संबंधों के लिहाज़ से यह अवधि अनुकूल रहेगी, आप अपने संबंधों में मजबूती लाएंगे। आप जिन्हें पसंद करते हैं उनके सामने अपने दिल की बात कह सकते हैं यानी कि जिन्हें आप प्यार करते हैं उन्हें प्रपोज कर सकते हैं। वहीं जो लोग लंबे समय से एक दूसरे के साथ संबंध में हैं, वे अपने रिश्ते को शादी के बंधन तक ले जाने की कोशिश करेंगे। यदि आप अपने प्रिय को अपने परिवार से मिलाने की योजना बना रहे हैं तो यह बिल्कुल सही समय होगा, क्योंकि आपका परिवार इस रिश्ते को मंजूरी दे सकता है। बुध का वृश्चिक राशि में गोचर प्रेम विवाह करने वाले जातकों के लिए अच्छी साबित होगी.!
विवाहित जोड़े अपने रिश्ते में प्यार, आकर्षण और अच्छे पलों का आनंद लेंगे। जो जातक अपने वैवाहिक जीवन में कुछ समस्याओं का सामना कर रहे थे वे अपने बेहतर संचार कौशल की मदद से हर समस्या को हल करने में सक्षम होंगे। यदि आप परिवार के किसी सदस्य के साथ मिलकर पार्टनरशिप में बिज़नेस करने की सोच रहे हैं तो यह समय आपके लिए अनुकूल साबित होगा। आपकी यह साझेदारी फायदेमंद साबित होगी। सातवें भाव से बुध आपके लग्न भाव पर दृष्टि डाल रहे हैं, जिसके परिणामस्वरूप यह अवधि आपके स्वास्थ्य के लिए भी अच्छी साबित होगी। आप अपने फिटनेस पर पूरा ध्यान देंगे। हालांकि, फिर भी आपको स्वस्थ आहार लेने और अच्छी जीवनशैली अपनाने की सलाह दी जाती है.!
मिथुन राशि :- मिथुन राशि वालों के लिए बुध लग्न और चौथे भाव के स्वामी हैं। बुध का वृश्चिक राशि में गोचर आपके शत्रु, स्वास्थ्य, प्रतिस्पर्धा और चाचा के छठे भाव में होने जा रहा है। इसके परिणामस्वरूप आपको इस दौरान अपने स्वास्थ्य के साथ-साथ अपनी माता के स्वास्थ्य पर भी ध्यान देने की आवश्यकता हो सकती क्योंकि यह अवधि आपकी और आपकी माता के स्वास्थ्य के लिए अनुकूल न होने की आशंका है। आपके चिकित्सा खर्चों में वृद्धि हो सकती है इसलिए थोड़ी सावधानी बरतें.!
बुध का वृश्चिक राशि में गोचर पारिवारिक मुद्दों को जन्म दे सकता है। इसके चलते आपको अपने परिवार में कुछ विवादों का भी सामना करना पड़ सकता है। सकारात्मक पक्ष की बात करें तो आप अपनी माता जी के साथ अपने चाचा से मिलने जा सकते हैं। इस दौरान आप अपने रोजमर्रा के काम पर ध्यान केंद्रित करेंगे। कार्यक्षेत्र में काम के दबाव को कम करने के लिए आपको अपने संपर्क बढ़ाने होंगे और अधिक से अधिक लोगों से मिलना चाहिए। हालांकि, आप कार्यस्थल पर पूरे उत्साह के साथ काम करेंगे। काम के सिलसिले से आपको यात्रा करने का मौका भी मिलेगा और ये यात्राएं आपके उद्देश्यों को पूरा करेंगी और आपके लिए फायदेमंद साबित होंगी। जो लोग खुद का व्यापार कर रहे हैं उन्हें सलाह दी जाती है कि इस समय कोई बड़ा रिस्क न लें अन्यथा आपको भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है और अचानक आपके खर्चे भी बढ़ सकते हैं.!
कर्क राशि :- कर्क राशि वालों के लिए बुध बारहवें और तीसरे भाव के स्वामी हैं। बुध का वृश्चिक राशि में गोचर आपके पांचवें भाव यानी कि शिक्षा, प्रेम संबंधों, बच्चों के भाव में होने जा रहा है और यह पूर्व पुण्य भाव भी है। चूंकि बुध बुद्धि के कारक हैं, ऐसे में पांचवें भाव में बुध का गोचर कर्क राशि के छात्रों के लिए बेहद शानदार साबित होगा इसलिए छात्रों को इस अवधि का सदुपयोग अपनी पढ़ाई व बेहतरी के लिए करना चाहिए। जो छात्र मास कम्युनिकेशन, रिसर्च, राइटिंग या किसी अन्य भाषा की पढ़ाई कर रहे हैं उनके लिए बुध का वृश्चिक राशि में गोचर बेहद अनुकूल साबित होगा। इसके अलावा जो छात्र विदेश की संस्था में पढ़ने के इच्छुक हैं, उन्हें अपना पसंदीदा संस्थान मिल सकता है.!
वहीं दूसरी ओर बारहवें भाव के स्वामी का पांचवें भाव में गोचर प्रेम संबंध रखने वाले जातकों के लिए अनुकूल प्रतीत नहीं हो रहा है। इस दौरान आपके रिश्ते में कुछ गलतफहमियां पैदा हो सकती है या आपकी बातों का गलत अर्थ निकाला जा सकता है, जिसके कारण आपका पार्टनर के साथ कुछ वाद-विवाद या झगड़ा हो सकता है। इसलिए आपको इन विवादों से बचने और धैर्य बनाए रखने की सलाह दी जाती है। साथ ही, अपने साथी को समझने का प्रयास करें और दिल खोलकर अपने पार्टनर के सामने अपनी बात को बोलें। इसके अलावा, कर्क राशि की गर्भवती महिलाओं को अपने और शिशु के स्वास्थ्य को लेकर अधिक सावधान रहने की भी सलाह दी जाती है क्योंकि आपको तनाव या मूड स्विंग जैसी कुछ स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में, आपको जरूरत पड़ने पर नियमित अंतराल पर डॉक्टर से चेकअप करने व उचित सलाह लेने का सुझाव दिया जाता है.!
सिंह राशि :- सिंह राशि वालों के लिए बुध दूसरे और ग्यारहवें भाव यानी वित्तीय के भाव के स्वामी हैं। बुध का वृश्चिक राशि में गोचर आपके चौथे भाव यानी माता, घरेलू जीवन, घर, वाहन और संपत्ति के भाव में होने जा रहा है। जैसा कि ऊपर बताया जा चुका है कि आपके लिए बुध वह ग्रह है जो आपके वित्त को नियंत्रित करता है, इसलिए आपके चौथे भाव में बुध का गोचर आपको चौथे भाव से संबंधित मामलों में निवेश करने के लिए प्रेरित करेंगे। आशंका है कि आप इस अवधि अपने घरेलू जीवन को और अधिक बेहतर बनाने के लिए धन खर्च करें। आप घर या वाहन खरीदने में पैसे खर्च कर सकते हैं या संभव है कि घर के लिए नए उपकरण खरीदे या परिवार और दोस्तों के लिए घर पर पार्टी या पूजा भी करवा सकते हैं.!
बुध चौथे भाव से आपके दसवें भाव पर दृष्टि डाल रहे हैं जो आपके पेशेवर जीवन के लिए विशेष रूप से रियल एस्टेट या प्रॉपर्टी एजेंट से जुड़े क्षेत्रों के लिए अनुकूल रहेगा। बुध का वृश्चिक राशि में गोचर कार्यक्षेत्र में आपको अपने वरिष्ठों व टीम के सदस्यों का सहयोग प्रदान करेगा और आप अपने प्रोजेक्ट को समय पर पूरा करने में सक्षम होंगे.!
कन्या राशि :- कन्या राशि वालों के लिए बुध दसवें और लग्न भाव के स्वामी हैं। बुध का वृश्चिक राशि में गोचर आपके तीसरे भाव में होने जा रहा है। यह भाव आपके भाई-बहनों, शौक, छोटी दूरी की यात्रा, संचार कौशल का प्रतिनिधित्व करता है। लग्न भाव के स्वामी बुध का तीसरे भाव में गोचर आपके बातचीत करने के ढंग को अधिक प्रभावी बनाएगा। आप अपने बातचीत करने के तरीके और राइटिंग स्किल्स से दूसरों को अपनी ओर प्रभावित करने में सक्षम होंगे। कन्या राशि के जो जातक पत्रकार, मीडियाकर्मी, लेखक, काउंसलर, फिल्म निर्देशक, एंकर या स्टैंड अप कॉमेडियन के रूप में काम कर रहे हैं उनके लिए बुध का वृश्चिक राशि में गोचर शानदार परिणाम लेकर आएगा और वे अपने क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन करेंगे.!
तीसरे भाव में बुध के गोचर के परिणामस्वरूप आपको काम के सिलसिले से कम दूरी की यात्रा करनी पड़ सकती है या हो सकता है कि आप किसी तीर्थ यात्रा पर जाए। इसके अलावा यह भी संभव है कि आप अपने भाई-बहनों या किसी करीबी दोस्तों के साथ बाहर घूमने की योजना बना लें ताकि उनके साथ कुछ अच्छे पल बिता सकें और अपने रिश्ते को और अधिक मजबूत बना सकें। बुध तीसरे भाव से आपके धर्म, पिता और गुरु के नौवें भाव पर दृष्टि डाल रहे हैं जिसके फलस्वरूप आपके पिता के साथ आपके संबंध काफ़ी अच्छे रहेंगे और वे आपके काम की सराहना करेंगे व अपना पूरा सहयोग देंगे। इस अवधि आपका झुकाव आध्यात्मिक गतिविधियों की तरफ अधिक रहेगा और आप अधिक धार्मिक होंगे। आपके नौवें भाव पर बुध की दृष्टि आपके पेशेवर जीवन में अनुकूल बदलाव लेकर आएगी, जो आपके लिए शुभ साबित होगी.!
तुला राशि :- तुला राशि वालों के लिए बुध बारहवें और नौवें भाव यानी परिवार, बचत और वाणी के भाव के स्वामी हैं। बुध का वृश्चिक राशि में गोचर आपके दूसरे भाव में होने जा रहा है। दूसरे भाव में बुध के गोचर के परिणामस्वरूप आप अपनी वाणी में नियंत्रण रखेंगे और आपकी बातचीत करने का तरीका बहुत अधिक प्रभावी होगा। हालांकि बुध बारहवें भाव के स्वामी भी हैं और इसके कारण आपका किसी से व्यंग्य या मजाक करना आपको परेशानी में डाल सकता है इसलिए थोड़ा सावधान रहें.!
आर्थिक जीवन के लिए बुध का वृश्चिक राशि में गोचर कुछ ख़ास परिणाम लाता नहीं दिख रहा है। इस दौरान आपके अनावश्यक खर्चे बढ़ सकते हैं या घाटा या नुकसान होने के कारण आप बचत करने में असफल हो सकते हैं। इसके अलावा, आप अपनी लंबी दूरी की यात्रा पर भी पैसा खर्च कर सकते हैं। इस अवधि बाहर विदेश से परिवार का कोई सदस्य या आपका कोई मित्र आपसे मिलने आ सकता है। तुला राशि के जातकों के पेशेवर जीवन की बात करें तो कार्यक्षेत्र में आपके स्थान या पद में कोई बदलाव आ सकता है, वहीं जो लोग अपना खुद का व्यापार कर रहे हैं उन्हें सलाह दी जाती है कि इस अवधि में कोई भी बड़ा रिस्क न लें क्योंकि हानि व नुकसान होने की प्रबल संभावनाएं हैं। साथ ही, अचानक से खर्चे बढ़ने की भी आशंका है.!
सकारात्मक पक्ष की बात करें तो, बुध की आठवें भाव पर दृष्टि आपको अपने ससुराल वालों का सहयोग प्रदान करेगी और आप उनका आशीर्वाद प्राप्त करेंगे। साथ ही पार्टनर के साथ आपकी संयुक्त संपत्ति में वृद्धि होगी। आपके स्वास्थ्य के लिहाज़ से देखें तो इस दौरान आपको उचित स्वच्छता बनाए रखने और अपनी त्वचा की देखभाल करने की सलाह दी जाती है अन्यथा आपको एलर्जी से जुड़ी समस्या का सामना करना पड़ सकता है.!
वृश्चिक राशि :- वृश्चिक राशि वालों के लिए बुध ग्यारहवें और आठवें भाव के स्वामी हैं। बुध का वृश्चिक राशि में गोचर आपके लग्न भाव में होने जा रहा है। बुध वृश्चिक राशि में ही गोचर कर रहे हैं। सामान्य तौर पर यह गोचर अच्छा माना जाता है क्योंकि यह जातक को बुद्धि, अच्छे संचार कौशल और युवावस्था का आशीर्वाद देते हैं। ऐसे में, वृश्चिक राशि वालों के लिए यह गोचर अनुकूल परिणाम लेकर आएगा लेकिन बुध आठवें भाव के स्वामी भी हैं और इसके परिणामस्वरूप आपके व्यक्तित्व में कई बदलाव देखने को मिलेंगे और साथ ही आपके जीवन में कई अचानक होने वाली घटनाओं में वृद्धि हो सकती है। स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से आपको बुध का वृश्चिक राशि में गोचर काल के दौरान सलाह दी जाती है कि आप अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें। स्वस्थ आहार लें और अच्छी जीवनशैली अपनाएं, उचित स्वच्छता और त्वचा की देखभाल करें अन्यथा आपको एलर्जी, यूटीआई या त्वचा संक्रमण संबंधित कुछ समस्याएं परेशान कर सकती है.!
वहीं दूसरी ओर ग्यारहवें भाव के स्वामी का लग्न भाव में गोचर करने के फलस्वरूप आपको बेहतर आर्थिक जीवन का आशीर्वाद प्राप्त होगा। कार्यक्षेत्र में आपको अपनी कड़ी मेहनत का प्रतिफल इस दौरान प्राप्त होगा। इसके अलावा, आपको अपने नेटवर्क सर्किल का भी पूरा सहयोग मिलेगा। बुध की सातवें भाव पर दृष्टि के फलस्वरूप आपको अपने बिज़नेस पार्टनरशिप और जीवनसाथी के व्यवहार में सुधार देखने को मिलेगा और आपको उनका पूरा सहयोग भी प्राप्त होगा.!
धनु राशि :- धनु राशि वालों के लिए बुध सातवें और दसवें भाव के स्वामी हैं। बुध का वृश्चिक राशि में गोचर आपके बारहवें भाव में यानी कि विदेशी भूमि, पृथक्करण, अस्पतालों, व्यय और एमएनसी कंपनियों के भाव में होने जा रहा है। बारहवें भाव में बुध का गोचर के परिणामस्वरूप आपको विदेश से नौकरी के अवसर प्राप्त हो सकते हैं। साथ ही, धन कमाने के साधन में बढ़ोतरी होगी लेकिन आपके खर्चे इतने बढ़ सकते हैं कि कमाए हुए पैसा आपके लिए पर्याप्त न हो। इसके अलावा, आप बिज़नेस के सिलसिले ये या किसी अन्य उद्देश्यों की पूर्ति के लिए दूसरे देश की यात्रा करने जा सकते हैं.II