Bhaum Pradosh Vrat 2024: यदि आप को चाहिए कर्जे से मुक्ति,अगर आप चाहते हैं की आपके ऊपर न हो देनदारी तो रखिये भोम प्रदोष का व्रत …!! भोम प्रदोष व्रत मंगलवार 15 अक्टूबर को है.!
कर्ज यानि ऋण से छुटकारा पाने के लिए भौम प्रदोष व्रत का अत्यधिक धार्मिक महत्व है। भौम प्रदोष को ही भगवान शिव के साथ ही मंगल देव की आराधना भी की जाती है। प्रदोष व्रत के हेतु शास्त्रोक्त विधान इस प्रकार है – – प्रदोष व्रत में बिना जल पिए व्रत रखना होता है। सुबह स्नान करके भगवान शंकर, पार्वती और नंदी की बेल पत्र, गंगाजल, अक्षत, धूप, दीप सहित पूजा करें। – किसी विद्वान ब्राह्मण से यह कार्य कराएं। शिवजी का षोडशोपचार पूजा करें। जिसमें भगवान शिव की गंध, अक्षत, पुष्प, धूप, दीप सहित कुल सोलह सामग्री से पूजा की जाती है। भगवान शिव को घी और शक्कर मिले जौ के सत्तू का भोग लगाएं। तथा भोले शंकर का विशेष रूप से रोली या कुमकुम से श्रृंगार करें।आठ दीपक आठों दिशाओं में प्रज्ज्वलित करें। किसी बैल या बृषभ को चारा खिलाकर पानी पिलाएं और उसकी पूजा करें और शिव, पार्वती और नंदी का आवाहन इस मंत्र से करें – ऋणरोगादिदारिद्र्यपापक्षुदपमृत्यव: । भयशोकमनस्तापा नश्यन्तु मम सर्वदा।। पृथिव्यां यानि तीर्थानि सागरान्तानि यानि च। अण्डमाश्रित्य तिष्टन्ति प्रदोषे गोवृषस्य तु।। स्पृष्टा तु वृषणौ तस्य श्रृंङ्गमध्ये विलोक्य च । पुच्छं च क कुदं चैव सर्वपापै: प्रमुच्यते ।। – उस बैल की पूंछ और सिंग को छूने से सभी कामनाएं पूरी होती है। ऐसा खासतौर पर महिलाएं जरुर करें। – शाम के समय फिर से स्नान करके इसी तरह शिव जी की पूजा करना चाहिए। इस प्रकार प्रदोष व्रत करने से माना जाता है कि व्रती शिव और मंगल की कृपा से हर कर्ज से मुक्ति पाता है।