‘गणपति बप्पा मोरया……
मंगलमूर्ति मोरया……
वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ।
निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥
Ganesh Sthapana Shubh Muhurat 2024: ॐ गण गणपतये नमो नमः…..भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को प्रथम पूज्य गजानन गणपति महाराज भगवान श्री गणेश के जन्म उत्सव के रुप में मनाया जाता है.रिद्धि सिद्धि के दाता भगवान गणेश की आराधना इस दिन से प्रारम्भ होकर भाद्रपद मास के शुक्ल चतुर्दशी (अनन्त चतुर्दशी) की जाती है और इस उत्सव को 10/11 दिनों तक मनाया जाता है,भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणपति भगवान का जन्म हुआ था.इसीलिए इस पर्व को हर साल इस समय मनाया जाता है.!
वर्ष 2024 में गणेश चतुर्थी का पर्व शनिवार 7 सितंबर के दिन मनाया जाएगा.इस दिन का हिंदू धर्म में बहुत महत्व है.वैसे तो गणेश चतुर्थी की धूम पूरे देश में रहती है तथापि पश्चिम भारत में इस पर्व में अत्यधिक हर्ष और उल्लास और उत्साह के साथ मनाया जाता है.!
“गणेश चतुर्थी शुभ मुहूर्त”
भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी तिथि शुक्रवार 06 सितंबर, 2024 को अपराह्न (15:02) 03:02 मिनट पर आरम्भ होकर शनिवार 07 सितंबर, सायंकालीन (17:38) 05:30 मिनट पर समाप्त होगी.!
भगवान गणेश का जन्म मध्याह्नसमय में हुआ था इसीलिए मध्याह्न के समय को गणेश पूजा के लिये ज्यादा उपयुक्त माना जाता है अतैव गणेश चतुर्थी शनिवार 07 सितम्बर 2024 सुसम्पन्न की जाएगी.!
गणेश चतुर्थी के दिन बप्पा की पूजा और स्थापना का सर्वोत्तम मुहूर्त हैं,शनिवार 07 सितंबर, 2024 शनिवार प्रातः 10.31 मिनट से मध्याहन 12.47 मिनट तक.इस अवधी में आप गणपति बप्पा की स्थापना घर में कर सकते हैं..!
-:”अपनी राशि के रंग के अनुसार करें गणपति की स्थापना व विशेष मन्त्र”:-
01,मेष राशि नारंगी (ऑरेंज) रंग के गणेश जी की स्थापना करें व ॐ गण गणपतये नमो नमः इस मन्त्र का जाप करें.!
02,बृष राशि चाँदी (सिल्वर) की तरह के रंग के गणेश जी की स्थापना करें व ॐ विनायकाय नमो नमः इस मन्त्र का जाप करें.!
03,मिथुन राशि हलके हरे (लाइट ग्रीन) रंग के गणेश जी की स्थापना करें व ॐ गजाननाय नमो नमः इस मन्त्र का जाप करें.!
04,कर्क राशि हलके सफ़ेद (लाइट वाइट) रंग के गणेश जी की स्थापना करें व ॐ गणेश्वराय नमो नमः इस मन्त्र का जाप करें.!
05,सिंह राशि हलके लाल (लाइट रेड) रंग के गणेश जी की स्थापना करें व ॐ गौरीनंदनाय नमो नमः इस मन्त्र का जाप करें.!
06,कन्या राशि निम्बू के जैसे (लेमान ग्रीन) रंग के गणेश जी की स्थापना करें व ॐ गौरीपुत्राय नमो नमः इस मन्त्र का जाप करें.!
07,तुला राशि हलके नीले (लाइट ब्लू) रंग के गणेश जी की स्थापना करें व ॐ सिद्धिविनायक नमो नमः इस मन्त्र का जाप करें.!
08,बृश्चिक राशि गहरे लाल (डार्क रेड) रंग के गणेश जी की स्थापना करें व ॐ अष्टविनायक नमो नमः इस मन्त्र का जाप करें.!
09,धनु राशि हलके पिले (लाइट यलो) रंग के गणेश जी की स्थापना करें व ॐ बुद्धिपति नमो नमः इस मन्त्र का जाप करें.!
10,मकर राशि गहरा नीला (डार्क ब्लू) रंग के गणेश जी की स्थापना करें व ॐ शुभकर्ता नमो नमः इस मन्त्र का जाप करें.!
11,कुम्भ राशि जमुनिया (इंडिगो) रंग के गणेश जी की स्थापना करें व ॐ सुखकर्ता नमो नमः इस मन्त्र का जाप करें.!
12,मीन राशि गहरे पिले (डार्क यलो) रंग के गणेश जी की स्थापना करें व ॐ विघ्नहर्ता नमो नमः इस मन्त्र का जाप करें.!
-:”विशेष प्रार्थना”:-
गणपति बप्पा मोरया
मंगलमूर्ति मोरया……
वापस लौट आए सबके प्यारे देवता,
जिनका सबको इंतज़ार है रहता.
दस दिनों तक लगा रहता है जैसे मेला,
गीत संगीत और संस्कृति का हर तरफ है रेला.
लगते हैं पंडाल हर जगह,
सबकी खुशियों की बनते हैं वजह.
सभी लोग तैयारियों में जुट जाते हैं,
सारे भेद-भाव भूल कर “एक” हो जाते हैं.
रोज़ उनकी आरती के लिए जमा होते हैं लोग,
लड्डू, नारियल और मोदक का लगाते हैं भोग.
उनके नाम से होता है हर काम का शुभारंभ,
सारे दुख हर के, सुखों का होता है प्रारंभ.
जब उनके विदाई का समय आता है,
सबका मन भर आता है.
फिर भी नाचते-गाते उन्हें करते हैं विदा,
क्योंकि अगले साल वे निभाएंगे लौटकर आने का वादा.
सबके दिलों से एक ही स्वर है आया,
“गणपति बप्पा मोरया, मंगल-मूर्ति मोरया”.