ॐ धरणीगर्भसंभूतं विद्युतकान्तिसमप्रभम।
कुमारं शक्तिहस्तं तं मंगलं प्रणमाम्यहम।।’
श्री गणेशाय नमः.. मेष एवं बृश्चिक राशि के स्वामी,पराक्रमी व सेनापति मंगल ग्रह 20 ओक्टुबर को अपराह्न 14 बजकर 22 मिनट पर मिथुन राशि की यात्रा संपन्न करके कर्क राशि में प्रवेश कर रहे हैं,कर्क राशि इनकी अधम (नीच) राशि होती है अतैव सेनापति के कर्क राशि में गोचर का समस्त 12 राशियों अप्रत्याशित उतार-चढ़ाव आने की संभावना है,30 वर्षों से भी अधिक अवधी का ज्योतिष के क्षेत्र में अनुभव रखने वाले “ज्योतिर्विद डी डी शास्त्री” जी से जानिए भूमिपुत्र मंगलग्रह के कर्क में गोचर का कैसा प्रभाव रहेगा आपकी राशि पर :-
मेष राशि -: आपकी राशि से चतुर्थ सुख भाव में गोचर करते हुए मंगल का प्रभाव काफी कुछ मिलाजुला रहेगा,सर्विस-व्यापार में उन्नति तो होगी ही भूमि भवन से जुड़े विषयों की निवृत्ति होगी,अपितु किसी न किसी कारण से पारिवारिक क्लेश एवं मानसिक अशांति का सामना करना पड़ेगा,मित्रों तथा संबंधियों से भी अप्रिय समाचार प्राप्ति के कुसंजोग,यात्रा सावधानीपूर्वक करें,सामान चोरी होने से बचाएं,माता-पिता के स्वास्थ्यके प्रति चिंतनशील रहें,सहकर्मियों से सचेत रहे.!
वृषभ राशि -: बृष राशि से तृतीय पराक्रम भाव में गोचर करते हुए मंगल आप में साहस और ऊर्जा शक्ति का भंडार भर देंगे किंतु परिवार में छोटे सदस्यों से वैमनस्य न बढ़ने दें विशेषकर भाइयों के बीच आपसी विवाद को बढ़ावा न दें,अपनी ऊर्जाशक्ति के बल पर कठिन परिस्थितियों पर भी आसानी से नियंत्रण पा लेंगे,धर्म और अध्यात्म में रूचि बढ़ेगी,विदेशी कंपनियों में सर्विस अथवा नागरिकता के लिए वीजा आदि का आवेदन करना सफल रहेगा,भाग्य की अपेक्षा परिश्रम के बल पर कार्य पूर्ण होंगे.!
मिथुन राशि -: आपकी राशि से द्वितीय धन भाव में गोचर करते हुए मंगल का प्रभाव अनेकानेक दृष्टि से चिंतनीय रहेगा,विशेष करके स्वास्थ्य पर तो विपरीत प्रभाव ही पड़ेगा,अपनी वाणी पर नियंत्रण रखें और कोई भी कार्य जबतक पूर्ण हो जाए उसे सार्वजनिक न करें,कार्य क्षेत्र में भी षड्यंत्र का शिकार हो सकते हैं,वादविवाद तथा कोर्ट कचहरी से संबंधित मामले भी बाहर ही सुलझा लेना समझदारी रहेगी, विषमताओं के बाद भी आय में बढ़ोतरी हो सकती हैं.!
कर्क राशि -: आपकी राशि में गोचर करते हुए मंगल का प्रभाव कई तरह के अप्रत्याशित परिणामों का सामना करवाएगा,इस अवधि में सरकारी टेंडर आदि के लिए अनुकूल समय हैं,अपितु स्वास्थ्य के प्रति अत्यधिक सावधान रहने की आवश्यकता है,यात्रा सावधानीपूर्वक करें,वाहन दुर्घटना से बचें,आपके स्वभाव के कारण दाम्पत्य जीवन में मतभेद हो सकते हैं.!
सिंह राशि -: सिंह राशि से बारहवें व्यय भाव में गोचर करते हुए प्रतिकूल मंगल का प्रभाव आपके लिए भी प्रतिकूल ही कहा जा सकता हैं,कष्ट कारक यात्रा करनी पड़ सकती है,संबंधियों से भी अप्रिय समाचार प्राप्ति के कुसंजोग हैं,इस अवधि के मध्य कोर्ट कचहरी के मामलों से बचें और झगड़े विवाद भी बाहर ही सुलझाएं,गुप्त शत्रुओं की अधिकता रहेगी तथा यह नुकसान पहुंचाने में भी सफल हो सकते है,अधिक कर्ज के लेन-देन से बचें अन्यथा आर्थिक हानि की संभावना रहेगी,रोगोत्पत्ति हो सकती हैं अतैव स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें.!
कन्या राशि -: आपकी राशि से एकादश लाभ भाव में गोचर करते हुए मंगल का प्रभाव अच्छा ही कहा जाएगा,विद्यार्थियों एवं प्रतियोगिता में बैठने वाले छात्रों को परीक्षा में अच्छे अंक लाने के लिए और प्रयास करने होंगे,प्रेम संबंधी मामलों में उदासीनता रहेगी इसीलिए अपने कार्य के प्रति अधिक ध्यान दें,संतान संबंधी चिंता परेशान कर सकती है फिर भी नव दंपत्ति के लिए संतान प्राप्ति एवं प्रादुर्भाव के भी योग,बड़े भाइयों से अच्छे संबंध रखें,अन्यत्र प्रेम सम्वन्ध पीडा दे सकता हैं.!
तुला राशि -: तुला राशि से दशम कर्म भाव में गोचर करते हुए मंगल का प्रभाव कार्य व्यापार की दृष्टि से तो अच्छा रहेगा अपितु माता-पिता के स्वाथ्य से सम्वन्धित व्यथा रह सकती है,कार्यक्षेत्र के विस्तार हेतु लिए गए निर्णय और किए गए कार्यों की सराहना होने के साथ लाभ प्राप्त होगा,शासन सत्ता का पूर्ण सहयोग मिलेगा,नए अनुबंध प्राप्ति के भी योग,भूमि भवन से सम्वन्धित विवाद के हल होंगे,वाहन क्रय भी करना चाह रहे हों तो उसदृष्टि से ग्रह-गोचर अति अनुकूल रहेगा,माता का विशेष ध्यान रखें.!
वृश्चिक राशि -: आपकी राशि से नवम भाग्य भाव में गोचर करते हुए मंगल का प्रभाव निश्चित रूप से लाभदायक ही रहेगा किन्तु धर्म और अध्यात्म के प्रति अरुचि कष्ट करके सिद्धि होगी,सामाजिक पद-प्रतिष्ठा बढ़ेगी,चुनाव से संबंधित कोई निर्णय लेना चाह रहे हों तो उसमें भी अच्छी सफलता के योग बनेंगे, अपने साहस और पराक्रम के बल पर कठिन परिस्थितियों पर भी आसानी से विजय प्राप्त करेंगे,संतान सुख एवं दायित्व की पूर्ति होगी,अपितु शारीरिक शक्ति को बनाये रखना चुनौती होगी.!
धनु राशि -: आपकी राशि से अष्टम आयु भाव में गोचर करते हुए मंगल का प्रभाव प्रतिकूल कहा जा सकता,स्वास्थ्य पर तो विपरीत प्रभाव पड़ेगा ही विवादित मामलों की भी बौछार हो सकती हैं,इस अवधि के मध्य किसी को भी कर्ज न दें,परिवार में अलगाववाद की स्थिति उत्पन्न न होने दें,अप्रत्याशित उतार-चढ़ाव के बावजूद आर्थिक स्थिति में सुधार होगा,दिया गया धन भी वापस मिलने की उम्मीद,संयम रखें,ईश्वरीय उपासना से कल्याण होगा.!
मकर राशि -: आपकी राशि से सप्तम दांपत्य भाव में गोचर करते हुए मंगल का प्रभाव कार्य व्यापार की दृष्टि से तो अपेक्षाकृत उत्तम ही रहेगा,अपितु दांपत्य जीवन में कड़वाहट तथा पार्टनर के स्वास्थ्य में कमी आएगी,वैवाहिक वार्ता सफल होने में थोड़ा और समय लगेगा,सरकारी विभागों से लाभ प्राप्त होगा,कोई भी कार्य अथवा योजना जब तक पूर्ण न हो जाए उसे गोपनीय रखें,सार्वजनिक न करें,कफ एवं कोल्ड से सम्वन्धित संक्रम के शिकार हो सकते हैं.!
कुंभ राशि – आपकी राशि से छठे शत्रु भाव में गोचर करते हुए मंगल लवण-कटु-कषाय समान अनुभवों से रूबरू करवाएंगे,कार्य व्यापार में आशातीत उन्नति होगी,कष्टकारक यात्रा करनी पड़ सकती है,शत्रुहंता योग के कारण कोर्ट के मामलों में निर्णय आपके पक्ष में आने के संकेत,स्वास्थ्य के प्रति लापरवाह न बनें,विद्यार्थियों एवं प्रतियोगिता में बैठने वाले छात्रों को विदेश में पढ़ाई करने के लिए वीजा का आवेदन करना चाह रहे हों तो उस दृष्टि से ग्रह गोचर और अनुकूल रहेगा,लम्बी दुरी की यात्रा भी होने जा रही हैं.!
मीन राशि -: मीन राशि से पंचम विद्या भाव में गोचर करते हुए मंगल का प्रभाव मिश्रित फलकारक ही रहेगा,आय के संसाधनों में तो बढ़ोत्तरी होगी,अपितु पढ़ाई में अरुचि के कारण परिणाम आपके अनुकूल नहीं होंगे,संतान संबंधी चिंता परेशान कर सकती है,नव दंपत्ति के लिए संतान प्राप्ति एवं प्रादुर्भाव के योग,परिवारके वरिष्ठ सदस्यों तथा बड़े भाइयों से सहयोग मिलेगा,अपनी रणनीतियों को गोपनीय रखते हुए कार्य करेंगे तो अधिक सफल रहेंगे,अन्यत्र प्रेम प्रसंग उजागर हो सकते हैं.!