Vaidic Jyotish
September 8, 2024 9:23 AM

Shani Gochar 2024: बुद्ध ग्रह कर्क राशि में प्रवेश और आपकी राशि पर प्रभाव

'ज्योतिर्विद डी डी शास्त्री'

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Shani Gochar 2024: ॐ बुं बुद्धाय नमः..वैदिक ज्योतिष में बुध एक महत्वपूर्ण ग्रह है। बुध को ग्रहों का राजकुमार कहा जाता है,बुध को तर्क शक्ति, मीडिया, लेखक, वकील, व्यापार और गणित का कारक कहा जाता है,बुध ग्रह जब एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं तो उसका सभी मनुष्यों पर असर होता है,बुध ग्रह 29 जून को मिथुन राशि से निकलकर कर्क राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं,यहां वो 19 जुलाई तक रहने वाले हैं,उनके इस राशि परिवर्तन का सभी 12 राशियों पर व्यापक असर होगा,30 वर्षों से भी अधिक अवधी का ज्योतिष के क्षेत्र में अनुभव रखने वाले “ज्योतिर्विद डी डी शास्त्री” जी से जानिए बुद्ध ग्रह के कर्क राशि में प्रवेश करने से आपकी राशि पर पड़ेगा कैसा प्रभाव.:-

मेष राशि -: मेष राशि के जातकों के लिए बुध तीसरे और छठे भाव के स्वामी होते हैं और बुध का गोचर आपके चतुर्थ भाव में ही होने जा रहा है। इस भाव से व्यक्ति की मानसिक शक्ति, मां की सेहत और भौतिक सुख सुविधाओं का ज्ञान किया जाता है। इस भाव में विराजमान बुध की दृष्टि आपके कर्म स्थान यानी की दशम भाव पर होगी। मेष राशि के जातकों के लिए बुध का गोचर मिला-जुला रहने वाला है। अगर आप लेखक हैं , प्रकाशक हैं या शिक्षक हैं तो आपके लिए समय अच्छा है। आपको यात्राओं से अच्छा फायदा होगा। हालांकि इस समय आपको अपनी सेहत का भी ध्यान रखना होगा। हृदय रोग से पीड़ित लोगों के लिए समय अच्छा नहीं है। आपकी मानसिक सेहत के लिए भी समय थोड़ा तकलीफ भर रह सकता है। आपके शत्रुओं से आपको पीड़ा हो सकती है.।

वृषभ राशि -: वृषभ राशि के जातकों के लिए बुध दूसरे और पंचम भाव के स्वामी होते हैं और अब बुध का गोचर आपके तृतीय भाव में होने जा रहा है। इस भाव से व्यक्ति के साहस, पराक्रम और यात्राओं का विचार किया जाता है। इस भाव में विराजमान बुध की दृष्टि आपके भाग्य स्थान पर जा रही है। वृषभ राशि के जातकों के लिए बुध का गोचर बहुत अच्छा रहने वाला है। इस दौरान आपको यात्राओं से अच्छा फायदा होगा। आपका कम्युनिकेशन अच्छा होगा। आपके भाग्य की वृद्धि होगी। अपने पिता और गुरुओं से आपको अच्छा सहयोग प्राप्त होगा। आप अपने मित्र के साथ कहीं बाहर घूमने के लिए भी जा सकते हैं।

मिथुन राशि -: मिथुन राशि के जातकों के लिए बुध प्रथम और चतुर्थ भाव के स्वामी होते हैं और बुध का गोचर आपके द्वितीय भाव में ही होने जा रहा है। इस भाव से व्यक्ति की वाणी, कुटुंब और संचित धन का विचार किया जाता है। इस भाव में विराजमान बुध की दृष्टि आपके अष्टम भाव पर होगी। मिथुन राशि के जातकों के लिए बुध का यह गोचर वाणी के दृष्टिकोण से अच्छा रहेगा। इस समय आपकी वाणी अच्छी होगी। आपको अच्छा आर्थिक फायदा भी होगा। आप अपने परिवार के भौतिक सुख सुविधा पर धन खर्च कर सकते हैं। अगर आप पैतृक व्यवसाय करते हैं तो आपको अच्छा सम्मान प्राप्त होगा। समुद्री व्यापार से भी अच्छे धन प्राप्ति के योग बने हुए हैं।

कर्क राशि -: कर्क राशि के जातकों के लिए बुध तृतीय और द्वादश भाव के स्वामी होते हैं और बुध का गोचर आपके प्रथम भाव में होने जा रहा है। इस भाव से जातक का व्यक्तित्व और उसके सम्मान का ज्ञान किया जाता है। इस भाव में विराजमान बुध की दृष्टि आपके सप्तम भाव पर होगी। कर्क राशि के जातकों के लिए बुध का यह गोचर अच्छा रहने वाला है। इस समय आपको अपने परिवार में और अपने समाज में अच्छा मान सम्मान प्राप्त होने की संभावना दिखाई दे रही है। अगर काफी समय से आपका विवाह नहीं हो रहा है तो आपके विवाह की संभावना इस समय बन सकती है। इसके अलावा आपको अपने विदेशी संबंधों से भी मुनाफा प्राप्त हो सकता है। आपके भाई बहन इस समय आपका सहयोग करने वाले होंगे और उनके माध्यम से आपका कोई कार्य भी पूरा हो सकता है।

सिंह राशि -: सिंह राशि के जातकों के लिए बुध द्वितीय और लाभ स्थान के स्वामी होते हैं और बुध का गोचर आपके द्वादश भाव में ही होने जा रहा है। इस भाव से एकांत, विदेशी यात्राएं, आध्यात्म और खर्च का विचार किया जाता है। इस भाव में विराजमान बुध की दृष्टि आपके छठे स्थान पर होगी। सिंह राशि के जातकों के लिए बुध का यह गोचर कठिनाइयां भरा रह सकता है। इस दौरान आप अपने खर्चों की वृद्धि से थोड़ा परेशान हो सकते हैं। आपको अपनी आर्थिक स्थिति को अच्छी बनाने के लिए मेहनत करने की आवश्यकता है। इस समय आपको सलाह दी जाती है कि किसी भी व्यक्ति को सोच समझकर ही पैसा उधार देना है। अगर आप नौकरी बदलने की सोच रहे हैं तो समय फिलहाल अच्छा नहीं है।

कन्या राशि -: कन्या राशि के जातकों के लिए बुध प्रथम और दशम भाव के स्वामी होते हैं और बुध का गोचर आपके लाभ स्थान में ही होने जा रहा है। इस भाव से व्यक्ति की इच्छा पूर्ति और मित्रों से होने वाले मुनाफे का ज्ञान किया जाता है। इस भाव में विराजमान बुध की दृष्टि आपके पंचम भाव पर होगी। कन्या राशि के जातकों के लिए बुध का यह गोचर बहुत अच्छा रहने वाला है। इस दौरान आप अपने व्यवसाय में जिस लाभ की उम्मीद कर रहे थे वह आपको प्राप्त होगा। आपका अगर काफी समय से कोई काम अटका हुआ था तो अपने मित्रों की मदद से वह काम भी पूरा हो जाएगा। शेयर मार्केट में काम कर रहे जातकों के लिए बुध का यह गोचर बहुत अच्छा है। अगर आप विद्यार्थी हैं और सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे हैं तो बुध के इस गोचर के दौरान आपको एक अच्छी नौकरी भी प्राप्त हो सकती है।

तुला राशि -: तुला राशि के जातकों के लिए बुध भाग्य स्थान और द्वादश भाव के स्वामी होते हैं और बुध का गोचर आपके दशम भाव में ही होने जा रहा है। इस भाव से व्यक्ति के कार्य स्थल और इसकी प्रसिद्धि का विचार किया जाता है। इस भाव में विराजमान बुध की दृष्टि आपके चतुर्थ भाव पर होगी। तुला राशि के जातकों के लिए यह गोचर उनके कार्यस्थल पर अच्छा रहने वाला है। आपको कामकाज के सिलसिले में कुछ बड़ी यात्राएं करनी पड़ सकती हैं। इस समय आपका मन धर्म कर्म और मंत्र में लगने वाला है। आप अपने मित्रों के माध्यम से किसी धार्मिक यात्रा के भी गवाह बन सकते हैं और उन धार्मिक यात्राओं में आपको साधु संतों की सेवा करने का मौका प्राप्त होगा।

वृश्चिक राशि -: वृश्चिक राशि के जातकों के लिए बुध अष्टम और लाभ स्थान के स्वामी होते हैं और बुध का गोचर आपके भाग्य स्थान में ही होने जा रहा है। इस भाव से व्यक्ति के धर्म, मंत्र, पिता और गुरुओं का विचार किया जाता है। इस भाव में विराजमान बुध की दृष्टि आपके तृतीय भाव पर होगी। वृश्चिक राशि के जातकों के लिए बुध का गोचर अच्छा है। इस समय आपकी इच्छाएं पूरी होगी। आपके घर परिवार में भौतिक सुख सुविधाओं की वृद्धि होगी। कोर्ट कचहरी के मामलों में आपको सफलताएं प्राप्त हो सकती हैं। देवी देवताओं की पूजा करने का मौका प्राप्त होगा। धर्म में रुचि बढ़ेगी। आपकी वाणी प्रभावित होगी। अगर आप अपनी कंपनी का विस्तार करने के लिए बैंक से लोन लेना चाहते हैं तो आपके लिए समय बहुत अच्छा है।

धनु राशि -: धनु राशि की जातकों के लिए बुध सप्तम और दशम भाव के स्वामी होते हैं और बुद्ध का गुर्जर आपके अष्टम भाव में होने जा रहा है व्यक्ति के जीवन में अचानक से होने वाली घटनाएं हैं या फिर चोट और दुर्घटना हो इन सब का विचार अष्टम भाव से ही किया जाता है इस भाव में विराजमान बुद्ध की दृष्टि आपके द्वितीय भाव पर होगी धनु राशि के जातकों के लिए बुद्ध का यह गोचर कुछ कठिनाई लेकर के आ सकता है धनु राशि के जातकों को इस समय अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा आपको मौसम से जुड़ी कोई बीमारियां हो सकती हैं आपको अपने मित्रों से धोखा प्राप्त हो सकता है इसलिए आपको सलाह दी जाती है कि आप अपनी कमजोरी किसी को पता न चलने दे और अपने मन की बात किसी से ना करें संपत्ति को लेकर विवाद खड़ा हो सकता है और आपको अपने भाइयों की ओर से कड़वे वचन भी सुनने को प्राप्त हो सकते हैं अपनी वाणी में मधुरता बनाए रखिए।

मकर राशि -: मकर राशि के जातकों के लिए बुध छठे और भाग्य स्थान के स्वामी होते हैं और अब बुध का गोचर आपके सप्तम भाव में होने जा रहा है। इस भाव से व्यक्ति के वैवाहिक जीवन और साझेदारी का विचार किया जाता है। इस भाव में विराजमान बुध की दृष्टि आपके प्रथम भाव पर जा रही है। मकर राशि के जातकों के लिए बुध का यह गोचर मिला-जुला रहने वाला है। इस समय आपको अपने जीवनसाथी के साथ व्यर्थ के बाद विवाद से बचना चाहिए। आपको अपने जीवनसाथी की सेहत का भी ख्याल रखना होगा। आपके प्रेम संबंधों के लिए बुध का यह गोचर अनुकूल है। आप अपने प्रेमी को परिवार के लोगों से रूबरू भी करवा सकती हैं। परिवार और समाज में मान सम्मान की वृद्धि होगी। सरकारी नौकरी में चयन हो सकता है।

कुंभ राशि -: कुंभ राशि के जातकों के लिए बुध पंचम और अष्टम भाव के स्वामी होते हैं और अब बुध का गोचर आपके छठे भाव में ही होने जा रहा है। इस भाव से रोग, ऋण और शत्रु का विचार किया जाता है। इस भाव में विराजमान बुध की दृष्टि आपके द्वादश भाव पर होगी। कुंभ राशि के जातकों के लिए बुध का यह गोचर मिला-जुला रहने वाला है। आपको फायदा भी होगा लेकिन दूसरी और आपको कुछ सावधानियां भी रखनी होगी। इस समय आपको अपने स्वास्थ्य को लेकर सावधान रहना होगा। आपको अपच, कब्ज और पेट से जुड़ी कोई समस्या हो सकती है। इसके अलावा बुध के इस गोचर के दौरान कुंभ राशि के जातकों को कोई नई नौकरी भी प्राप्त हो सकती है।

मीन राशि -: मीन राशि के जातकों के लिए बुध चतुर्थ और सप्तम भाव के स्वामी होते हैं और बुध का गोचर आपके पंचम भाव में होने जा रहा है। इस भाव से व्यक्ति की संतान, शिक्षा और बुद्धि का विचार किया जाता है। इस भाव में विराजमान बुध की दृष्टि आपके लाभ स्थान पर होगी। मीन राशि के जातकों के लिए बुध का यह गोचर अच्छा रहने वाला है। इस समय आप अपनी संतान के साथ बहुत अच्छा समय व्यतीत करेंगे। आप अपने मित्रों के साथ मिलकर कोई नया स्टार्टअप शुरू कर सकते हैं। आपके व्यापार के लिए समय बहुत अच्छा है। आपकी भावुकता इस समय चरम पर होगी। आप अपनी पत्नी के साथ एक अच्छा समय व्यतीत करने वाले हैं। आपके प्रेम संबंधों के लिए भी बुध का यह गोचर बहुत अच्छा रहेगा।

नोट :- ज्योतिष अंकज्योतिष वास्तु रत्न रुद्राक्ष एवं व्रत त्यौहार से सम्बंधित अधिक जानकारी ‘श्री वैदिक ज्योतिष एवं वास्तु सदन’ द्वारा समर्पितAstro Dev YouTube Channel & www.vaidicjyotish.com & Facebook Pages पर प्राप्त कर सकते हैं.II
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