जय नारायण की…दैत्याचार्य शुक्र तथा देवगुरु बृहस्पति ग्रह का अस्त होना शुभ नहीं माना जाता है. अस्त अवस्था के समय व्यक्ति किए गए कार्यों में को शुभ फल प्राप्त नहीं होते हैं,धन, वैभव, प्रेम, सौंदर्य और सुख-समृद्धि के कारक शुक्र ग्रह 29 अप्रैल को अस्त हो गए थे.ज्योतिष के अनुसार, किसी भी शुभ या मांगलिक कार्य को करने के लिए शुक्र ग्रह का उदित होना बेहद जरूरी माना जाता है.!
जुलाई की 07 तारिक को शुक्र ग्रह लगभग 70 दिन तक अस्त रहने के बाद प्रातः 07 बजकर 02 मिनट पर कर्क राशि में उदय हो रहे हैं,शुक्रोदय होने पर कर्क राशि में शुक्र की युति बुध से होगी और लक्ष्मी नारायण राजयोग बनेगा,साथ ही सूर्य के साथ युति करके शुक्र शुक्रादित्य राजयोग भी बनाएंगे,जुलाई के आखिरी दिन शुक्र कर्क से सिंह राशि में आ जाएंगे,सिंह राशि में आकर शुक्र एक बार फिर से बुध के साथ युति करेंगे और लक्ष्मी नारायण राजयोग बनाएंगे,अर्थात जुलाई-अगस्त माह में शुक्र के गोचर से एक नहीं बल्कि दो राशियों में लक्ष्मी नारायण राजयोग बनेगा,शु्क्र के इस दोहरे गोचर से जुलाई का महीना कुछेक राशियों के लिए सबसे शानदार होगा,जिनकी अबकी बार अच्छी कमाई होने से भौतिक सुविधाएं बढ़ेंगी.!
धन, वैभव, प्रेम, सौंदर्य और सुख-समृद्धि के कारक शुक्र ग्रह 29 अप्रैल को अस्त हो गए थे. ज्योतिष के अनुसार, किसी भी शुभ या मांगलिक कार्य को करने के लिए शुक्र ग्रह का उदित होना बेहद जरूरी माना जाता है. 29 जून की शाम पश्चिम दिशा में शुक्र उदय होंगे. आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की सप्तमी पर बुध की राशि मिथुन में शुक्र ग्रह का उदय हो रहा है. इस राशि परिवर्तन का प्रभाव सभी राशियों पर पड़ता है.
शुक्रोदय होने के बाद ही शहनाइयां की गूंजेंगी.इसके बाद सभी शुभ और मांगलिक कार्य शादी-विवाह, नामकरण, जनेऊ, मुंडन, गृहप्रवेश, भूमि पूजन, भवन-वाहन, आभूषण की खरीदारी शुरू हो जाएगी.शुक्र ग्रह के उदय होने से विवाह आदि के लिए इंतजार कर रहे लोगों को कुछ शुभ मुहूर्त भी मिलेंगे.!
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शादी-विवाह में शुभ मुहूर्त का होना बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. विवाह बंधन को सबसे पवित्र रिश्ता कहा गया है. इसलिए इसमें शुभ मुहूर्त का होना जरूरी है. वहीं, शादी के शुभ मुहूर्त के लिए नौ ग्रहों में गुरु, शुक्र और सूर्य का उदित होना जरूरी माना गया है. वहीं, अगर रवि गुरु का संयोग हो तो यह और अधिक सिद्धिदायक और शुभ फलदायी होता है. इन तिथियों पर शादी-विवाह करना बेहद शुभ माना गया है. शुक्र और गुरु ग्रह के अस्त होने पर विवाह आदि कार्य नहीं किए जाते हैं.
30 वर्षों से भी अधिक अवधी का ज्योतिष के क्षेत्र में अनुभव रखने वाले “ज्योतिर्विद डी डी शास्त्री” जी से जानिए शुक्र ग्रह के कर्क राशि में उदय होने से आपकी राशि पर पड़ेगा कैसा प्रभाव.:-
-:मेष राशि मेलजोल बढ़ेगा, नए अवसर के आसार बनेंगे, धन की स्थिति में सुधार.।
-:वृष राशि शब्द-विचारों पर विशेष ध्यान, समाजिक संपर्क बढ़ेगा, सगे-संबंधी से सलाह कारगर.।
-:मिथुन राशि नए शौक बनेंगे, जूनून बड़ा रहेगा, वर्चस्व में वृद्धि, नए संपर्क बनेंगे.।
-:कर्क राशि मेहनत के बल पर अपने आप को बेहतर बनाने का समय, किसी भी काम को ससमय व बेहतर ढंग से पूर्ण करें, आमदनी में इजाफा.।
-:सिंह राशि अपने-आप को निखारने का मौका मिलेगा, सहकर्मी से अच्छे संबंध होंगे, धन आगमन के आसार बनेंगे.।
-:कन्या राशि करियर में बेहतर विकल्प के आसार, ऊर्जा को सही जगह निवेश करें, व्यापार, नौकरी में बेहतर साबित करने का मौका.।
-:तुला राशि तरक्की के नये अवसर मिलेंगे, आर्थिक स्थिति में सुधार, सीखने की प्रवृत्ति रखे, कुछ नया आजमाने का सही अवसर।
-:वृश्चिक राशि अपने आप को निखारने का सही समय, बदलाव के लिए तैयार रहें, परिवारिक संबंध बेहतर होंगे, तरक्की के नए अवसर बनेंगे.।
-:धनु राशि अपने आप को लचीचा बनाएं, बाहरी लोगों से मिलना लाभ देगा, करियर को उड़ान मिलेगा.।
-:मकर राशि बदलाव का समय है, अपने काम को निखारने का सही समय, धनागमन का योग.।
-:कुंभ राशि करियर में जोखिम से लाभ, रचनात्मक क्रिया लाभ देगा, व्यक्तिगत विकास को बढ़ावा मिलेगा.।
-:मीन राशि घर-परिवार के लिए बेहतर समय, सुख-सुविधा में वृद्धि, करियर में लाभ, अपनों का साथ मिलेगा.।