ॐ घृणि सूर्याय नमः…ज्योतिष में सूर्य को सामान्य तौर पर उच्च अधिकार प्राप्त गतिशील ग्रह के रूप में जाना जाता है, सूर्य सत्ता, राजकीय गुणों और सिद्धांतों का भी प्रतिनिधित्व करते हैं और यह स्वभाव से उग्र ग्रह है, आपको बता दें कि सूर्य देव के आशीर्वाद के बिना कोई व्यक्ति अपने करियर में बुलंदियां हासिल करने में सक्षम नहीं होता है.!
कुंडली में मज़बूत सूर्य व्यक्ति को जीवन में अच्छा स्वास्थ्य और तेज़ बुद्धि प्रदान करता है,यदि सूर्य की स्थिति अच्छी हो, तो यह जातकों को फर्श से अर्श पर लेकर जा सकती है.!
जब सूर्य किसी व्यक्ति की कुंडली में अनुकूल स्थिति में होता है, तो उस व्यक्ति को अपने पेशेवर जीवन में उच्च पद के साथ-साथ प्रसिद्धि की भी प्राप्ति होती है,जब बली सूर्य पर शुभ ग्रह जैसे कि बृहस्पति आदि का प्रभाव होता है,तो यह जातक को शारीरिक और मानसिक सुख प्रदान करते हैं,साथ ही, व्यक्ति का जीवन खुशियों से भर देते हैं,इसके विपरीत, कुंडली में छाया ग्रह राहु और केतु के साथ बैठे होने पर सूर्य स्वास्थ्य समस्याएं, मानसिक तनाव, सामाजिक मान-सम्मान में कमी, आर्थिक तंगी आदि परेशानियों को जन्म देते हैं.!
ऐसे में, सूर्य देव की कृपा और आशीर्वाद पाने के लिए आपको माणिक रत्न धारण करने की सलाह दी जाती है क्योंकि इसको पहनने से धारक के जीवन में सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है,इसके अलावा, नियमित रूप से गायत्री मंत्र और आदित्य हृदयम का जाप करना भी लाभकारी साबित होता है.!
अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में सूर्य तुला राशि में अशुभ स्थिति में होते हैं,तो ऐसे इंसान के लाभ कमाने की क्षमता को सीमित कर देते हैं और उनमें संतुष्टि की भावना भी सामान्य होती है,सूर्य का तुला राशि में गोचर के दौरान आपके द्वारा किया गया कोई भी प्रयास आपको मनचाहे परिणाम देने में असफल रह सकता है,इस दौरान आप में संतुष्टि की कमी देखने को मिल सकती है और इसके परिणामस्वरूप, निराशा के भाव आपके मन में पैदा हो सकते हैं.!
ज्योतिष शास्त्र में सूर्य को नवग्रहों का राजा कहा गया है,गुरुवार 17 अक्टूबर 2024 को प्रातः 07 बजकर 42 मिनट पर सूर्यनारायण तुला राशि में प्रवेश करेंगे.30 मुहूर्ति इस संक्रांति का पुण्य काल गुरुवार को प्रातः सूर्योदय से दोपहर 06 बजकर 27 से 12 बजकर 47 मिनट तक रहेगा.!
गोचर में अपनी नीच राशि तुला में सूर्यनारायण ने प्रवेश कर लिया है,तुला राशि के अधिपति शुक्र से सूर्य की नैसर्गिक शत्रुता है,तुला राशि में सूर्य नीच राशि गत होते हैं,30 वर्षों से भी अधिक अवधी का ज्योतिष के क्षेत्र में अनुभव रखने वाले “ज्योतिर्विद डी डी शास्त्री” जी से जानिए सूर्यदेव के अपनी नीच राशि तुला में गोचर का आपकी राशि पर कैसे प्रभाव रहेगा.!
01. मेष -:- मेष राशि वाले जातकों को सूर्य के गोचर अनुसार दाम्पत्य सुख में हानि होगी,कार्यों में असफलता प्राप्त होगी,धन हानि एवं मानहानि होगी,सिर में पीड़ा के साथ-साथ शारीरिक कष्ट की संभावनाएं हैं.!
02. वृष -:- वृष राशि वाले जातकों को सूर्य के गोचर अनुसार कार्यों में सफलता प्राप्त होगी,शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी,रोगों से मुक्ति मिलेगी,राज्य से लाभ प्राप्त होगा,प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी.!
03. मिथुन -:- मिथुन राशि वाले जातकों को सूर्य के गोचर अनुसार मानसिक पीड़ा होगी, राज्याधिकारियों से विवाद होगा,संतान को कष्ट की संभावना है,धनहानि होगी। यात्रा में दुर्घटना की संभावना है,राजनैतिक क्षेत्र में असफलता प्राप्त होगी.!
04. कर्क -:- कर्क राशि वाले जातकों को सूर्य के गोचर अनुसार पारिवारिक विवाद के कारण कष्ट होगा,धनहानि व मानहानि होगी। यात्रा में कष्ट होगा,जमीन-जायदाद संबंधी मामलों में असफलता प्राप्त होगी,मानसिक अशांति के कारण कष्ट रहेगा.!
05. सिंह -:- सिंह राशि वाले जातकों को सूर्य के गोचर अनुसार मित्रों से लाभ होगा,धन लाभ होगा, राज्याधिकारियों से अनुकूलता प्राप्त होगी,पदोन्नति की संभावना है,उच्च पद की प्राप्ति होगी,शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी,प्रत्येक कार्य में सफलता मिलेगी,मान-प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी.!
06. कन्या -:- कन्या राशि वाले जातकों को सूर्य के गोचर अनुसार व्यापार व धन संपत्ति में हानि का योग है,मित्रों व परिवारजनों से विवाद की संभावना है,सिर व आंखों में पीड़ा के कारणपरेशानी रहेगी, राजनैतिक क्षेत्र में हानि होगी.!
07. तुला -:- तुला राशि में सूर्य नीचराशिगत होते हैं,तुला राशि वाले जातकों को सूर्य के गोचर अनुसार धन हानि के योग हैं,सम्मान व प्रतिष्ठा में कमी होगी,सिर व नेत्रों में विकार के कारण कष्ट होगा,राजनीति के क्षेत्र में असफलता प्राप्त होगी। शासन से असहयोग मिलेगा.!
08. वृश्चिक -:- वृश्चिक राशि वाले जातकों को सूर्य के गोचर अनुसार स्थान परिवर्तन का योग बन रहा है,कार्यक्षेत्र में परेशानियां रहेंगी,गुप्त शत्रुओं के कारण हानि का योग है.!
9. धनु-:- धनु राशि वाले जातकों को सूर्य के गोचर अनुसार धन प्राप्ति का योग है,पदोन्नति के अवसर हैं,मान-सम्मान व प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी,राज्य की ओर से लाभ प्राप्त होगा,राजनैतिक क्षेत्र में सफलता प्राप्त होगी.!
10. मकर -:- मकर राशि वाले जातकों को सूर्य के गोचर अनुसार व्यापार में लाभ प्राप्त होगा,कार्यों में सफलता प्राप्त होगी,धन लाभ होगा। मान-प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी.!
11. कुंभ -:- कुंभ राशि वाले जातकों को सूर्य के गोचर अनुसार धन हानि की संभावना है,झूठे आरोप के कारण प्रतिष्ठा धूमिल होगी,कार्यों में असफलता प्राप्त होगी,रोग के कारण कष्ट होगा,पारिवारिक विवाद के कारण अशांति का वातावरण रहेगा.!
12. मीन- मीन राशि वाले जातकों को सूर्य के गोचर अनुसार विवाद के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ेगा,कोर्ट-कचहरी व मुकदमें में असफलता के योग हैं,धन का अपव्यय होगा,उच्च रक्तचाप के कारण कष्ट होगा। मान-प्रतिष्ठा में कमी आएगी.!