नमो नारायण….फुलेरा दूज का पर्व सनातन परंपरा में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है,फुलेरा दूज वाले दिन श्री राधा कृष्ण की पूजा का विधना है,फुलेरा दूज वाले दिन ब्रज में फूलों वाली होली खेली जाती है,साथ ही, ऐसी मान्यता है कि इस दिन विवाह करने का भी विशेष महत्व है.इसके अलावा, अन्य मांगलिक कार्य भी इस दिन करना श्रेष्ठ माना जाता है.वर्ष 2024 में फुलेरा दूज का पर्व मंगलवार 12 को संपन्न किया जायेगा.!
फुलेरा दूज के दिन श्री कृष और राधा रानी की विधिवत रूप से पूजा अर्चना की जाती है. इस दिन श्रीकृष्ण के भक्त कृष्ण मंदिरों में फूलों से होली खेलते हैं, और अपने घरों में राधा कृष्ण को फूलों से सजाते है. इस दिन भगवान कृष्ण और राधा रानी को तरह-तरह के फूल अर्पित किए जाते हैं. मान्यता है कि इस दिन भगवान श्रीकृष्ण और राधा रानी की विधिवत पूजा-अर्चना करने से उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है. हिन्दू पंचांग के अनुसार फुलेरा दूज का पर्व फाल्गुन मास की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है. फुलेरा दूज का पर्व उत्तर भारत के सभी क्षेत्रों में धूमधाम के साथ मनाया जाता है.!
-:फुलेरा दूज श्री राधा कृष्ण के अपार प्रेम को दर्शाने वाली तिथि है,ऐसे में इस दिन विवाह करने का खासा महत्व है,इसके अलावा, अगर आप विवाहित हैं तो इस दिन अपने जीवनसाथी के साथ व्रत रखना भी बहुत शुभ माना जाता है.!
-:ऐसा कहते हैं कि अगर कोई प्रेम संबंध में बंधा हुआ है तो इस दिन उसे व्रत रखना चाहिए और अपने प्रेमी के साथ श्री राधा रानी और कृष्ण की पूजा करनी चाहिए,ऐसा करने से प्रेम विवाह में आ रही बाधा दूर होने लग जाती है.!
-:अगर आप विवाहित हैं तो आपको इस दिन अपने जीवनसाथी के साथ श्री राधा रानी और कृष्ण की आरती करके ‘श्री राधा कृपाकटाक्ष’ और ‘श्री कृष्ण कृपाकटाक्ष’ का पाठ करना चाहिए,इससे वैवाहिक जीवन मधुर होता है.!
-:फुलेरा दूज के दिन विवाह करना भी उत्तम माना गया है,ऐसा कहा जाता है कि जिस जोड़े का विवाह फुलेरा दूज के दिन होता है उसके वैवाहिक जीवन से प्यार लाभी कम नहीं होता और आपसी तालमेल हमेशा बना रहता है.!
-:फुलेरा दूज के दिन गौ माता को विशेष रूप से भोजन करवाना चाहिए, साथ ही इस दिन गौ माता की सेवा करने से राधाकृष्ण की विशेष कृपा प्राप्त होती है.!
-:फुलेरा दूज का पर्व यूं तो मुख्य रूप से विवाह या वैवाहिक जीवन की शुभता के लिए जाना जाता है, लेकिन इस दिन मांगलिक कार्य गृह प्रवेश,मुंडन,जनेऊ आदि संस्कार कर सकते हैं.!
नोट :- ज्योतिष अंकज्योतिष वास्तु रत्न रुद्राक्ष एवं व्रत त्यौहार से सम्बंधित अधिक जानकारी ‘श्री वैदिक ज्योतिष एवं वास्तु सदन’ द्वारा समर्पित ‘Astro Dev’ YouTube Channel & www.vaidicjyotish.com & Facebook पर प्राप्त कर सकते हैं.II