ॐ बुं बुद्धाय नमः..बुध ग्रह 23 दिन तक अस्त रहने के पश्चात् 26 जून को प्रातः 05 बजकर 05 मिनट पर अपने घर अर्थात मिथुन राशि में उदय होंगे तथा 03 दिन बाद 29 जून को कर्क राशि में प्रवेश कर जायेंगे,बुध ग्रह ,मिथुन और कन्या राशियों के स्वामी है और इनका संबंध अश्लेषा, ज्येष्ठ और रेवती नक्षत्र से है।
ज्योतिषशास्त्र में इसे बुद्धिमता, भाषा, व्यवसाय और वार्तालाप का कारक ग्रह भी माना गया है,बुध कन्या और मिथुन राशि का स्वामी ग्रह होता है,बुध ग्रह कन्या राशि में उच्च और मीन राशि में नीच के माने जाते हैं,सूर्य शुक्र और राहु के साथ मित्रता और चंद्रमा के साथ शत्रु भाव है,शनि मंगल, बृहस्पति और केतु के साथ इनका संबंध तटस्थ है,बुध का राशि परिवर्तन करना जातक की कुंडली में भाव स्थान के अनुसार ही शुभ प्रभाव डालता है,30 वर्षों से भी अधिक अवधी का ज्योतिष के क्षेत्र में अनुभव रखने वाले “ज्योतिर्विद डी डी शास्त्री” जी से जानिए बुद्ध ग्रह के मिथुन राशि में उदय होने से आपकी राशि पर पड़ेगा कैसा प्रभाव.:-
मेष राशि -: गोचर राशि के तीसरे भाव में जातक अपने उद्देश्य को लेकर और दृढ़ होगा,भाई-बहनों का साथ मिलेगा, जीवनशैली में सुधार आएगा.!
बृष राशि -: गोचर राशि के दूसरे भाव में होने से आपकी भाषा मिठास से घुल जाएगी,संवादशैली के बल पर दूसरों को प्रभावित करने में भी सफल रहेंगे,प्रॉपर्टी से धन लाभ के पूर्ण योग.!
मिथुन राशि -: गोचर राशि के पहले भाव में होने से स्वास्थ्य के प्रति ज्यादा ध्यान देना होगा,विदेश यात्रा की सफलता मिलने की संभावना.!
कर्क राशि -: गोचर राशि के 12वें भाव में होने से खर्चों में भी वृद्धि होगी,व्यवसाय की लंबी यात्रा और कोई विवाद में समय की बर्बादी हो सकती.!
सिंह रही -: गोचर राशि के 11वें भाव में होने से कोई इच्छा पूर्ण हो सकती है,सामाजिक दायरा बढ़ेगा और स्वास्थ लाभ मिलेगा.!
कन्या राशि -: गोचर राशि के 10वें भाव में होने से निजी और प्रोफेशनल दोनों ही तरह से लाभ प्राप्त होगा,उपलब्धि भी हासिल हो सकती है.!
तुला राशि -: गोचर राशि के नौंवें भाव में होने से अप्रत्याशित लाभ मिल सकता,अभिभावकों का खास ध्यान रखें.!
वृश्चिक राशि -: गोचर राशि के आठवें भाव में होने से स्वास्थ्य प्रभावित होगा,वैवाहिक जीवन में खलल, धन हानि हो सकती है,इसलिए सावधान रहें.!
धनु राशि -: गोचर राशि के सातवें भाव में होने से करियर के लिहाज से अच्छा होगा,इन्कम के अच्छे साधन मिलेंगे.!
मकर राशि -: गोचर छठे भाव में हो रहा है,ऐसे में पुराने कर्जे से मुक्त हो जाएं, अदालती मुकद्दमा है तो उसका परिणाम हित में आ सकता है,क्रोध को नियंत्रण में रखें.!
कुम्भ राशि -: गोचर पांचवें भाव में होने से ध्यान नई चीजों की ओर लगेगा,ज्ञान प्राप्ति के लिए प्रयास करेंगे और अध्ययन के क्षेत्र में प्रदर्शन अच्छा रहेगा.!
मीन राशि :- गोचर राशि के चौथे भाव में होने से घरेलू जीवन में शांति बनी रहेगी,अभिभावकों की सेहत का खास ध्यान रखें,परिश्रम के अच्छे परिणाम आएंगे.!